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नई दिल्ली: देश की राजधानी नई दिल्ली में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की राष्ट्रीय कार्यकारणी की दो दिन की बैठक हो रही है। इस बैठक में राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह शामिल नहीं हुए। हालांकि, उनके बेटे विधायक सुधाकर सिंह पहुंचे है। सुधाकर सिंह ने हाल ही में नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दिया था। बिहार के कृषि मंत्री के पद पर काबिज सुधाकर सिंह ने पिछले महीने एक बयान दिया था। जिस पर हुए विवाद के चलते उन्हें मंत्री पद की कुर्सी गंवानी पड़ी थी।

राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में ही बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने का एलान किए जाने की संभावना जताई जा रही थी। तेजस्वी यादव को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने ही दिया था। लेकिन राष्ट्रीय बैठक में उनके ही नहीं पहुंचने पर तेजस्वी यादव के इस प्रमोशन पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। जगदानंद सिंह के बैठक में शामिल नहीं होने पर राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि उनकी गैर मौजूदगी की कोई वजह नहीं हैं।

साथ ही उन्होंने इस्तीफे की खबरों का खंडन किया।

बैठक से बिदककर निकले तेजप्रताप

वहीं, रविवार को बैठक के पहले दिन राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक पर गाली देने का आरोप लगाते हुए नीतीश कैबिनेट में मंत्री और लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप बैठक से नाराज होकर निकल गए। साथ ही उन्होंने श्याम रजक पर 'आरएसएस का एजेंट' होने का आरोप लगाया है।

इसके अलावा लालू यादव को निर्विरोध राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने पर कार्यकारिणी की मुहर लगा दी गई। लालू यादव 12वीं बार राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए हैं। अध्यक्ष की ताजपोशी सोमवार को होगी। बिहार में जातिगत जनगणना करवाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया है। इसके साथ ही केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया।

राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मीडिया को जानकारी दी कि आज की बैठक में तीन अहम प्रस्ताव पारित किए गए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की विदेश नीति ढुलमुल है। देश के हालात गंभीर हैं। देश में बेरोजगारी है। मोदी सरकार के पास कोई ब्लूप्रिंट नहीं है। केवल हिंदू-मुस्लिम की बात करते हैं।'

साथ ही उन्होंने कहा कि मतभेद और अहं को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना होगा। बदलाव की बयार बिहार से शुरू हुई है। साथ बैठने से बेहतर विकल्प बनेगा। विपक्ष में मुद्दों पर बात होगी, व्यक्ति पर नहीं। मोदी का विकल्प सामूहिकता ही है। जो जाति व्यवस्था को पनपा रहे हैं, उनके मुंह से खत्म करने की बात समझ नहीं आती।

लालू यादव के खिलाफ सीबीआई की चार्जशीट पर उन्होंने कहा, यह सीबीआई की चार्जशीट नहीं, यह बीजेपी की है। संस्थाओं के चरित्र को खत्म कर दिया गया है।

साथ ही ऐलान किया कि बिहार में जातिगत जनगणना एक-दो महीने में शुरू हो जाएगी।

किस बयान ने छीनी जगदानंद सिंह के बेटे की कुर्सी?

पिछले महीने सुधाकर सिंह ने कैमूर में एक सभा में कहा था कि कृषि विभाग में कई चोर हैं, वो चोरों के सरदार हैं और उनके ऊपर भी कई चोर हैं। इस बयान पर विवाद होने और सीएम नीतीश कुमार के टोकने के बाद सिंह ने कहा था कि वे अपने बयान पर कायम हैं, अगर चाहें तो इस्‍तीफा ले लें।

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