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पटना: बिहार की सियासत से बड़ी खबर सामने आ रही है। बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सुधाकर सिंह ने सरकार को अपना इस्तीफा भेज दिया है। हालांकि, बताया जा रहा है कि मंत्री का त्यागपत्र अभी तेजस्वी यादव के पास है। उनके पिता और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इसकी पुष्टि की है।

गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के मौके पर सुधाकर सिंह के इस्तीफे से राज्य की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है।

कृषि मंत्री के इस्तीफा की चर्चा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष और सुधाकर सिंह के पिता जगदानंद सिंह ने कहा कि आज गांधी जयंती और शास्त्री जी की जयंती है। दोनों नेताओं ने हमेशा किसानों की चिंता की। किसान देश की जरूरत हैं। कृषि मंत्री हमेशा किसानों का सवाल उठाते रहते थे। किसानों के साथ राज्य में न्याय नहीं हो रहा। अपनी उपज को बेचने के लिए किसानों के पास आज कोई मंडी नहीं है । इस वजह से कृषि मंत्री बहुत आहत हैं।

मंत्री सुधाकर सिंह सरकार बनने के बाद से ही अपने बयानों को लेकर लगातार चर्चा में थे।

पटना: चुनाव रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने आज वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अपनी 3500 किलोमीटर की जन सुराज पदयात्रा की शुरुआत की। प्रशांत किशोर ने अपने जन सुराज अभियान के तहत महात्मा गांधी की जयंती पर पश्चिम चंपारण जिले से बिहार में 3500 किलोमीटर की ‘‘पदयात्रा'' शुरू की।

प्रशांत किशोर की यह यात्रा 12 से 18 महीनों तक चलेगी। इसके बाद उनके व्यापक रूप से राजनीति के क्षेत्र में नए सिरे से कदम रखने की संभावना व्यक्त की जा रही है। हालांकि प्रशांत किशोर ने अक्सर इस बात पर जोर दिया है कि ऐसा कोई भी निर्णय केवल वे लोग ही ले सकते हैं, जो खुद को उनके साथ अभियान में जोड़ते हैं।

राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर साल 2018 में जनता दल यूनाईटेड (जेडीयू) में शामिल हुए थे। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सार्वजनिक आलोचना करने पर 2020 में उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। खासकर जब नीतीश कुमार ने संशोधित नागरिकता कानून का समर्थन किया था, तब प्रशांत किशोर ने उनकी आलोचना की थी।

पटना: बिहार की आईएएस हरजोत कौर भामरा अपने बयान को लेकर खेद प्रकट किया है. उन्होंने एक पत्र जारी करते हुए लिखा, "कार्यक्रम में कहे गए कुछ शब्दों के कारण अगर किसी बालिका या प्रतिभागी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो, तो इसके लिए मैं हरजोत कौर अध्यक्ष सह प्रबंधन निदेशन खेद व्यक्त करती हूं। इसका उद्देश्य किसी को नीचा दिखाने या किसी के भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था, बल्कि उन्हें आगे बढाने के लिए प्रोत्साहित करना था।

सीएम ने दिए जांच के आदेश

इससे पहले महिला आयोग के संज्ञान बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी आईएएस के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा, "दोषी पाए जाने पर अधिकारी के खिलाफ कारवाई होगी।

बिहार की एक स्‍कूली छात्रा ने आईएएस अधिकारी से सीधा सा सवाल पूछा था, "क्‍या सरकार 20 से 30 रुपये में सेनेटरी पैड्स भी दे सकती है?" इसका जवाब देते हुए आईएएस अधिकारी हरजोत कौर भामरा ने अजीब जवाब दिया। उन्‍होंने कहा, "कल को आप कहेंगी-सरकार जींस भी दे सकती है और इसके बाद सुंदर जूते क्‍यों नहीं?"

पटना: पटना में एक महिला आईएएस अधिकारी कंडोम पर टिप्पणी कर फंस गई हैं। अब राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने घटना का संज्ञान लिया है, जहां आईएएस अधिकारी हरजोत कौर भामरा, बिहार महिला बाल विकास निगम की एमडी ने एक स्कूली छात्रा से पूछा कि क्या वह "कंडोम भी चाहती हैं।" जब छात्र ने सस्ती सैनिटरी नैपकिन मांगे।

एनसीडब्ल्यू ने 7 दिन में मांगा जवाब

राष्ट्रीय महिला आयोग ने इन टिप्पणी के लिए लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। इसके लिए आईएएस अधिकारी को सात दिनों के भीतर जवाब दाखिल करना होगा।

बिहार की एक स्‍कूली छात्रा ने अधिकारी से सीधा सा सवाल पूछा था, "क्‍या सरकार 20 से 30 रुपये में सेनेटरी पैड्स भी दे सकती है?" इस सवाल का जवाब देते हुए आईएएस अधिकारी हरजोत कौर भामरा ने अजीब जवाब दिया। उन्‍होंने कहा, "कल को आप कहेंगी-सरकार जींस भी दे सकती है और इसके बाद सुंदर जूते क्‍यों नहीं?" इसके बाद उन्‍होंने कहा, "अंत में आप सरकार से परिवार नियोजन के तरीकों, कंडोम्‍स की भी उम्‍मीद करेंगी।"

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