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इंफाल: मणिपुर चुनाव आयोग ने 60 विधानसभा सीटों पर अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी है। मुख्य चुनाव अधिकारी वीके देवांगन ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि 1 जनवरी 2017 तक राज्य में 18,93,743 मतदाता हैं। राज्य में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है। चुनाव आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में 9,25,431 पुरुष मतदाता हैं जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 9,68,312 है। 20 से 29 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 5,04,502 है, जो कुल मतदाताओं का 15.27 प्रतिशत है। राज्य में इस उम्र के सबसे ज्यादा वोटर हैं। संख्या के आधार पर पूर्वी इंफाल जिले में सबसे ज्यादा 66 प्रतिशत वोटर हैं, जबकि सबसे कम 39 प्रतिशत वोटर सेनापति जिले में है। मुख्य चुनाव अधिकारी ने विधानसभा चुनाव में हिस्सा ले रही सभी नौ पार्टियों की भी घोषणा की। भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, बसपा, सीपीआई, सीपीआई(एम), एमसीपी, नागा पीपुल्स फ्रंट और पीपुल्स डेमोक्रेटिक अलायंस चुनाव में हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान मतदाताओं की सहायता के लिए मतदाता सहायता केंद्र बनाएं जाएंगे। आयोग ने यह भी निर्देश दिया है कि मतदाताओं को फोटो लगी मतदान स्लिप जिला चुनाव अधिकारियों द्वारा जारी की जाए।

इम्फाल: मणिपुर में उखरल जिले के खुंटक गांव में संदिग्ध उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में असम राइफल्स का एक जवान शहीद हो गया और इस दौरान एक आम नागरिक घायल हो गया। असम राइफल्स के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि मुठभेड़ तब हुई जब अर्धसैनिक बल के जवान कल गश्त पर थे। शहीद जवान की पहचान 42 वर्षीय भूपाल सिंह के रूप में हुई है। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की, लेकिन उग्रवादी पहाड़ी इलाके का फायदा उठाकर वहां से भाग गए।

इंफाल: मणिपुर से कठोर कानून सशस्त्र बल अधिनियम (एएफएसपीए) को हटाने की मांग को लेकर लगातार 16 वर्षों तक अनशन कर चुकीं इरोम शर्मिला ने राज्य के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इरोम ने बीते साल नौ अगस्त को अपना अनशन खत्म करके अक्टूबर महीने में 'पीपुल्स रिसर्जेस एंड जस्टिस अलायंस' नामक पार्टी का गठन किया है। इरोम ने आरोप लगाया कि 15 सालों के कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री राज्य से एएफएसपीए हटाने को लेकर कुछ भी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने महसूस किया कि इसे कोई भी राजनेता नहीं हटाएगा और इसलिए वे अब चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बनेंगी और इस कठोर कानून को हटाएंगी। कठोर कानून हो हटाने के लिए अपना जीवन कुर्बान करने की ओर इशारा करते हुए इरोम ने कहा कि इसे हटाना उनका दृढ़ संकल्प है। उधर, मुख्यमंत्री इबोबी सिंह ने कहा कि इंफाल नगर निगम के सात विधानसभा क्षेत्रों से एएफएसपीए हटा दिया गया है और वादा किया गया है कि अगर हालात सकारात्मक रहे, तो अन्य इलाकों से भी इसे हटा दिया जाएगा।

इंफाल: मणिपुर की राजधानी इंफाल के कुछ हिस्सों में हिंसा एवं तनाव को देखते हुए रविवार को अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया और चर्च पर कथित हमले की अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार कर्फ्यू आज दोपहर लगाया गया और यह इंफाल पूर्वी जिले के पोरोमपट और सावोमबंग अनुमंडलों में लागू रहेगा। कर्फ्यू अगले निर्देश तक जारी रहेगा। इंफाल पश्चिम जिले में शुक्रवार को हुए तीन विस्फोटों के बाद यहां की स्थिति का गंभीर संज्ञान लेते हुए राज्य कैबिनेट ने आज तुंरत प्रभाव से जिले में इंटरनेट सेवा बंद करने का फैसला किया। इंफाल पश्चिम के जिलाधिकारी ने एक आदेश जारी कर दूरसंचार ऑपरेटरों को अगले आदेश तक जिले में मोबाइल डेटा सेवा बंद करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने बताया कि कैबिनेट का यह फैसला कानून एवं व्यवस्था की मौजूदा स्थिति का विलेश्षण करने के बाद आया है और इसका मकसद सोशल मीडिया नेटवर्किंग साइटों के जरिए अफवाहों को फैलने से रोकना है। इस कदम से पहले राज्य के विभिन्न हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में मणिपुर पुलिस पर उग्रवादियों के हमले के विरोध में 24 घंटे का बंद बुलाया गया था। इन हमलों में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी थी और 14 अन्य जख्मी हो गए थे। आतंकवादी आईआरबी कर्मियों से कई हथियार भी लूट ले गए थे।

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