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इंफाल: मणिपुर से कठोर कानून सशस्त्र बल अधिनियम (एएफएसपीए) को हटाने की मांग को लेकर लगातार 16 वर्षों तक अनशन कर चुकीं इरोम शर्मिला ने राज्य के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इरोम ने बीते साल नौ अगस्त को अपना अनशन खत्म करके अक्टूबर महीने में 'पीपुल्स रिसर्जेस एंड जस्टिस अलायंस' नामक पार्टी का गठन किया है। इरोम ने आरोप लगाया कि 15 सालों के कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री राज्य से एएफएसपीए हटाने को लेकर कुछ भी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने महसूस किया कि इसे कोई भी राजनेता नहीं हटाएगा और इसलिए वे अब चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बनेंगी और इस कठोर कानून को हटाएंगी। कठोर कानून हो हटाने के लिए अपना जीवन कुर्बान करने की ओर इशारा करते हुए इरोम ने कहा कि इसे हटाना उनका दृढ़ संकल्प है। उधर, मुख्यमंत्री इबोबी सिंह ने कहा कि इंफाल नगर निगम के सात विधानसभा क्षेत्रों से एएफएसपीए हटा दिया गया है और वादा किया गया है कि अगर हालात सकारात्मक रहे, तो अन्य इलाकों से भी इसे हटा दिया जाएगा।

इंफाल: मणिपुर की राजधानी इंफाल के कुछ हिस्सों में हिंसा एवं तनाव को देखते हुए रविवार को अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया और चर्च पर कथित हमले की अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार कर्फ्यू आज दोपहर लगाया गया और यह इंफाल पूर्वी जिले के पोरोमपट और सावोमबंग अनुमंडलों में लागू रहेगा। कर्फ्यू अगले निर्देश तक जारी रहेगा। इंफाल पश्चिम जिले में शुक्रवार को हुए तीन विस्फोटों के बाद यहां की स्थिति का गंभीर संज्ञान लेते हुए राज्य कैबिनेट ने आज तुंरत प्रभाव से जिले में इंटरनेट सेवा बंद करने का फैसला किया। इंफाल पश्चिम के जिलाधिकारी ने एक आदेश जारी कर दूरसंचार ऑपरेटरों को अगले आदेश तक जिले में मोबाइल डेटा सेवा बंद करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने बताया कि कैबिनेट का यह फैसला कानून एवं व्यवस्था की मौजूदा स्थिति का विलेश्षण करने के बाद आया है और इसका मकसद सोशल मीडिया नेटवर्किंग साइटों के जरिए अफवाहों को फैलने से रोकना है। इस कदम से पहले राज्य के विभिन्न हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में मणिपुर पुलिस पर उग्रवादियों के हमले के विरोध में 24 घंटे का बंद बुलाया गया था। इन हमलों में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी थी और 14 अन्य जख्मी हो गए थे। आतंकवादी आईआरबी कर्मियों से कई हथियार भी लूट ले गए थे।

इंफाल: मणिपुर के चांडेल जिले में शनिवार को उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए आईईडी विस्फोट में भारतीय सेना के विशेष बल के पांच कर्मी घायल हो गए। सेना के सूत्रों ने बताया कि कमांडो के तलाशी अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट किया गया। उसके बाद उग्रवादियों ने हल्के हथियारों से गोलीबारी की। उन्होंने बताया कि वैसे तो टीम के पांच सदस्य घायल हो गए लेकिन कमांडो ने उग्रवादियों का डटकर मुकाबला किया एवं घायल साथियों केा बचा लिया। सूत्रों के अनुसार जिले के साजिक तंपाक में यह हमला हुआ। यह जगह म्यामांर सीमा के समीप है। चांडेल जिले में निकट अतीत में सुरक्षाबलों पर कई घातक हमले हुए हैं। जिले में पांच जून, 2015 को घात लगाकर किए गए हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए थे। इस साल 23 मई को चांडेल में घात लगाकर किए गए हमले में असम राइफल्स के छह कर्मी शहीद हो गए थे।

इंफाल: मणिपुर में रविवार की सुबह असम राइफल्स के शिविर से कुछ मीटर दूर पश्चिमी इंफाल जिले के चिनगमथक क्षेत्र में आईईडी का शक्तिशाली विस्फोट होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई । विस्फोट आज (रविवार) सुबह आठ बजकर 10 मिनट पर हुआ । एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने संदेह जताया कि आईईडी संभवत: अज्ञात आतंकियों ने लगाया था । मृतक मणिपुर का रहने वाला नहीं था और जब विस्फोट हुआ तब वह लोहे और सीमेंट की अपनी दुकान पर जा रहा था । जिस स्थान पर विस्फोट हुआ है वह असम राइफल्स के शिविर से महज कुछ मीटर दूर है। अधिकारी ने बताया कि इलाके को खाली करवा लिया गया है।

 

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