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इंफाल: मणिपुर में भूस्खलन में अब तक सात सैनिकों और एक नागरिक का शव बरामद किया जा चुका है। साथ ही 13 टेरीटोरियल आर्मी और पांच आम नागरिक को बचाया गया है। सेना के सूत्रों के अनुसार राहत और बचाव अभियान रात में भी जारी रहेगा। यह अभियान सेना और राज्य सरकार मिलकर चला रहे हैं। सरकार ने नागरिकों को सावधानी बरतने की अपील की है। मणिपुर में लगातार हो रही बारिश के बीच 29 और 30 जून की मध्यरात्रि नोनी जिले में भारी भूस्खलन हुआ। इसमें सेना के कई जवान और नागरिक लापता हो गये थे।

जिरीबाम से इंफाल तक निर्माणाधीन रेलवे लाइन की सुरक्षा के लिए राज्य के नोनी जिले में तुपुल रेलवे स्टेशन के पास तैनात भारतीय सेना की 107 प्रादेशिक सेना की कंपनी के स्थान पर भूस्खलन हुआ था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हादसे में 7 सैनिकों की मौत हो गई है, और 23 जवान लापता हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। ये टीए की कंपनी मणिपुर के नोनी जिले के टुपुल रेलवे स्टेशन पर, इंफाल जीरीबम के निर्माणाधीन रेलवे लाइन की सुरक्षा में तैनात थी।

इंफाल: मणिपुर में मुख्यमंत्री पद को लेकर असमंजस खत्म हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कहना है कि एन बीरेन सिंह ही राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे, जो अभी तक जिम्मेदारी संभाल रहे थे। मणिपुर, गोवा, उत्तराखंड औऱ उत्तर प्रदेश में भाजपा ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। यूपी में योगी आदित्यनाथ का नाम शुरुआत से ही तय माना जा रहा था, लेकिन अन्य राज्यों में मुख्यमंत्री पद को लेकर तगड़ी दावेदारी देखी गई है। उत्तराखंड में निवर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चुनाव हार जाने से भी सस्पेंस बना हुआ है, वहीं गोवा में प्रमोद सावंत का दोबारा सीएम बनना अब तय माना जा रहा है। मणिपुर में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के दस दिन बाद ये फैसला लिया गया है। राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए बिस्वजीत सिंह और वाई खेमचंद भी दावेदारी में बताए जा रहे थे।

निर्मला सीतारमण ने कहा कि विधायक दल की बैठक में एन. बीरेन सिंह को सर्वसम्मति से नेता चुना गया। यह अच्छा निर्णय़ था। बीरेन सिंह मणिपुर में स्थायी और उत्तरदायित्व वाली सरकार सुनिश्चित करेंगे।

इंफाल: मणिपुर में दूसरे चरण के मतदान के दौरान शाम तीन बजे तक 67.77 फीसदी वोटिंग रिकॉर्ड की गई है। चुनाव आयोग के हवाले से यह सूचना दी गई।

मणिपुर में विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान शनिवार सुबह शुरू हुआ था। छह जिलों की 22 विधानसभा सीटों पर मतदाता 92 उम्मीदवारों का भविष्य तय करने के लिए बढ़ चढ़कर वोटिंग में हिस्सा लिया।शाम चार बजे इन उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम मशीनों में कैद हो गया। दूसरे चरण में मैदान में उतरे कुछ प्रमुख उम्मीदवारों में तीन बार मणिपुर के मुख्यमंत्री रह चुके ओ इबोबी सिंह और पूर्व उप मुख्यमंत्री गैखंगम गंगमेई शामिल हैं। दोनों नेताओं कों कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। बताया गया है कि मतदान शाम चार बजे तक चलेगा।

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश अग्रवाल ने कहा कि कोविड-19 के सुरक्षा प्रोटोकॉलों का पालन करते हुए 1247 मतदान केंद्रों पर मतदान के लिए सभी बंदोबस्त कर लिए गए हैं। मणिपुर में दूसरे चरण के मतदान के दौरान शाम तीन बजे तक 67.77 फीसदी वोटिंग रिकॉर्ड की गई है। चुनाव आयोग के हवाले से यह सूचना दी गई।

इंफाल: मणिपुर में आज दूसरे और आखिरी चरण में कुल 22 विधानसभा सीटों पर चुनाव शुरू हो गए हैं। छह जिलों की इन 22 सीटों पर कुल 92 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला मतदाता ईवीएम में कैद कर रहे हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 सुरक्षा के प्रोटोकॉल और सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए कुल 1247 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

आयोग ने इस चरण के चुनाव में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सेंट्रल पारामिलिट्री फोर्सेज के करीब 20,000 जवानों की तैनाती की गई है। इस चरण में कुल 8.38 लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 4.28 लाख वोटर महिलाएं हैं। 223 पोलिंग बूथ को पिंक बूथ बनाया गया है। सुबह सात बजे से शुरू हुई वोटिंग शाम चार बजे तक चलेगी।

इस चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है, उनमें तीन बार के मुख्यमंत्री रह चुके ओ इबोबी सिंह और पूर्व उप मुख्यमंत्री गैखंगम गंगमई शामिल हैं। ये दोनों कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। राज्य में पहले चरण के चुनाव में 28 फरवरी को 38 विधान सभा सीटों पर मतदान हुआ था।

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