ताज़ा खबरें
महाकुंभ भगदड़ मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जनहित याचिका हुई दायर
महाकुंभ भगदड़: बंगाल के परिवारों का शव बिना मृत्यु प्रमाण पत्र के सौंपे
हमास ने 8 बंधक छोड़े, इजरायल ने फलस्तीनी कैदियों को नहीं किया रिहा
राहुल ने नाव में बैठकर पूछा-केजरीवाल जी, यमुना में डुबकी कब लगाएंगे
संसद का बजटसत्र रहेगा हंगामेदार, महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा भी गूंजेगा

इम्फाल: अनुसूचित जनजाति के दर्जे पर अदालती आदेश को लेकर आदिवासी समूहों के विरोध के बीच सेना ने आज मणिपुर के हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। इंफाल, चुराचांदपुर और कांगपोकपी में हिंसा भड़कने के बाद बीती रात मणिपुर के आठ जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया। मणिपुर सरकार ने राज्य में अगले पांच दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट पर रोक लगा दी है। बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए सेना और असम राइफल्स को बुलाया गया। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सेना और असम राइफल्स द्वारा आज फ्लैग मार्च किया गया। हिंसा के बाद राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 4,000 लोगों को सेना के शिविरों और सरकारी कार्यालय परिसरों में आश्रय दिया गया था।

बॉक्‍सर मैरी कॉम ने की अपील

मणिपुर हिंसा पर बॉक्‍सर मैरी कॉम ने कहा कि मुझे मणिपुर की स्थिति के बारे में अच्छा महसूस नहीं हो रहा है।

इंफाल: मणिपुर के कई जिलों में आदिवासी समूहों की रैलियों के बाद बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने पांच दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट सर्विस को निलंबित कर दिया है। बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध के साथ-साथ राज्य के कई जिलों में रात का कर्फ्यू भी लगाया गया है।

अनुसूचित जनजाति श्रेणी में 'मैतेई' समुदाय को शामिल करने की मांग के विरोध में राज्य के सभी 10 पहाड़ी जिलों में एक छात्र संगठन की ओर से बुलाए गए 'आदिवासी एकजुटता मार्च' में हजारों लोग शामिल हुए।

मणिपुर के ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन (एटीएसयूएम) ने यह मार्च बुलाया था। इस यूनियन का कहना है कि "एसटी (अनुसूचित जनजाति) श्रेणी में शामिल करने के लिए मैतेई समुदाय की मांगों" के विरोध के लिए इस मार्च का आयोजन किया गया। मैतेई समुदाय मणिपुर की आबादी का 53% हिस्सा हैं। समुदाय के लोग मणिपुर घाटी में रहते हैं। इनका दावा है कि उन्हें "म्यांमार और बांग्लादेशियों द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध आप्रवासन" के चलते कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

इंफाल: मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के न्यू लमका में गुरुवार को भीड़ ने पीटी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में निर्मित एक ओपन जिम में आग लगा दी। इस जिम का उद्घाटन मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह द्वारा किया जाना था। इस घटना के बाद, राज्य के चुराचांदपुर जिले में इंटरनेट सेवा रोक दी गई है और इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। मणिपुर में चुराचांदपुर जिले के न्यू लमका में बृहस्पतिवार रात करीब नौ बजे भीड़ ने उस स्थान पर तोड़फोड़ और आगजनी की, जहां अगले दिन मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह का एक कार्यक्रम प्रस्तावित है। स्थानीय पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और भीड़ को तितर-बितर कर दिया, लेकिन इससे पहले ही भीड़ ने सैकड़ों कुर्सियां जला दीं और कार्यक्रम स्थल को नुकसान पहुंचाया।

पुलिस के अनुसार गुस्साई भीड़ ने न्यू लमका में पीटी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में नए स्थापित ओपन जिम में आंशिक रूप से आग लगा दी, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री बीरेन सिंह शुक्रवार दोपहर करने वाले हैं। ओपन जिम के उद्घाटन के अलावा, बीरेन का सद्भावना मंडप में आयोजित एक अन्य समारोह में भी भाग लेने का कार्यक्रम है।

इम्फाल: गणतंत्र दिवस समारोह से एक दिन पहले बुधवार को मणिपुर के उखरुल शहर में एक विस्फोट में कम से कम तीन लोग घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। विस्फोट कस्बे के गांधी चौक पर शाम के समय हुई।

पुलिस ने कहा कि वे अभी तक विस्फोट के कारणों का पता नहीं लगा पाए हैं और संदेह है कि विस्फोट एक ग्रेनेड के फटने की वजह से हो सकता है।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि तीन घायलों में से एक 49 वर्षीय महिला के पेट में चोटें आई हैं और उसकी हालत गंभीर है। जबकि अन्य दो की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

तीनों घायलों को उखरुल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से महिला को इम्फाल के दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया।

विस्फोट से सड़क पर एक छोटा गड्ढा बन गया और सड़क के किनारे खड़े कुछ वाहनों को मामूली नुकसान भी पहुंचा है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख