इंफाल: मणिपुर में आज दूसरे और आखिरी चरण में कुल 22 विधानसभा सीटों पर चुनाव शुरू हो गए हैं। छह जिलों की इन 22 सीटों पर कुल 92 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला मतदाता ईवीएम में कैद कर रहे हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 सुरक्षा के प्रोटोकॉल और सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए कुल 1247 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
आयोग ने इस चरण के चुनाव में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सेंट्रल पारामिलिट्री फोर्सेज के करीब 20,000 जवानों की तैनाती की गई है। इस चरण में कुल 8.38 लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 4.28 लाख वोटर महिलाएं हैं। 223 पोलिंग बूथ को पिंक बूथ बनाया गया है। सुबह सात बजे से शुरू हुई वोटिंग शाम चार बजे तक चलेगी।
इस चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है, उनमें तीन बार के मुख्यमंत्री रह चुके ओ इबोबी सिंह और पूर्व उप मुख्यमंत्री गैखंगम गंगमई शामिल हैं। ये दोनों कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। राज्य में पहले चरण के चुनाव में 28 फरवरी को 38 विधान सभा सीटों पर मतदान हुआ था।
इस बार कोविड से संक्रमित और घरों में क्वारंटाइन लोगों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। ऐसे लोग मतदान के आखिरी घंटे में दोपहर 3 से 4 बजे के बीच अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस बार भाजपा अकेले चुनाव लड़ रही है। साथ ही पार्टी ने सभी 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
भाजपा के सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने के उलट इस बार कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने छह पार्टियों के साथ गठबंधन किया है।
साल 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थीं, वहीं भाजपा को 21 सीटें मिली थीं। हालांकि भाजपा को 36.28 फीसदी वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस को 35.11 फीसदी वोट मिले थे।
साल 2017 के चुनाव के बाद भाजपा ने नेशनल पीपुल्स पार्टी, नागा पीपुल्स फ्रंट और लोक जनशक्ति पार्टी के साथ मिलकर बीरेन सिंह के नेतृत्व में सरकार बनाई थी।
मणिपुर विधानसभा चुनाव का परिणाम 10 मार्च को घोषित किया जाएगा। मणिपुर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार 3 मार्च को थम गया था।