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इंफाल: मणिपुर में दूसरे चरण के मतदान के दौरान शाम तीन बजे तक 67.77 फीसदी वोटिंग रिकॉर्ड की गई है। चुनाव आयोग के हवाले से यह सूचना दी गई।

मणिपुर में विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान शनिवार सुबह शुरू हुआ था। छह जिलों की 22 विधानसभा सीटों पर मतदाता 92 उम्मीदवारों का भविष्य तय करने के लिए बढ़ चढ़कर वोटिंग में हिस्सा लिया।शाम चार बजे इन उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम मशीनों में कैद हो गया। दूसरे चरण में मैदान में उतरे कुछ प्रमुख उम्मीदवारों में तीन बार मणिपुर के मुख्यमंत्री रह चुके ओ इबोबी सिंह और पूर्व उप मुख्यमंत्री गैखंगम गंगमेई शामिल हैं। दोनों नेताओं कों कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। बताया गया है कि मतदान शाम चार बजे तक चलेगा।

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश अग्रवाल ने कहा कि कोविड-19 के सुरक्षा प्रोटोकॉलों का पालन करते हुए 1247 मतदान केंद्रों पर मतदान के लिए सभी बंदोबस्त कर लिए गए हैं। मणिपुर में दूसरे चरण के मतदान के दौरान शाम तीन बजे तक 67.77 फीसदी वोटिंग रिकॉर्ड की गई है। चुनाव आयोग के हवाले से यह सूचना दी गई।

इंफाल: मणिपुर में आज दूसरे और आखिरी चरण में कुल 22 विधानसभा सीटों पर चुनाव शुरू हो गए हैं। छह जिलों की इन 22 सीटों पर कुल 92 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला मतदाता ईवीएम में कैद कर रहे हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 सुरक्षा के प्रोटोकॉल और सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए कुल 1247 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

आयोग ने इस चरण के चुनाव में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सेंट्रल पारामिलिट्री फोर्सेज के करीब 20,000 जवानों की तैनाती की गई है। इस चरण में कुल 8.38 लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 4.28 लाख वोटर महिलाएं हैं। 223 पोलिंग बूथ को पिंक बूथ बनाया गया है। सुबह सात बजे से शुरू हुई वोटिंग शाम चार बजे तक चलेगी।

इस चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है, उनमें तीन बार के मुख्यमंत्री रह चुके ओ इबोबी सिंह और पूर्व उप मुख्यमंत्री गैखंगम गंगमई शामिल हैं। ये दोनों कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। राज्य में पहले चरण के चुनाव में 28 फरवरी को 38 विधान सभा सीटों पर मतदान हुआ था।

इंफाल: मणिपुर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 38 सीटों के लिए सोमवार को दोपहर 4 बजे तक 70 फीसद मतदान दर्ज किया गया है। अभी तक कंगपोकपी जिले में सबसे ज्यादा वोटिंग दर्ज की गई है। कंगपोकपी में 61.30 फीसद वोट डाले गए हैं। वहीं इंफाल पूर्व में 46.11, इंफाल पश्चिम में 52.15, बिष्णुपुर में 50.48 और चुराचांदपुर में 40.37 फीसद मतदान हुआ है। पूर्वाह्न 11 बजे तक 12.09 लाख मतदाताओं में से 27.34 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदान के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आई हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक सुबह 9 बजे तक 9.9 फीसदी मतदान की खबर थी।

इस बीच, राज्य के उप मुख्यमंत्री और एनपीपी नेता वाई जॉयकुमार सिंह ने कहा है कि अगर जनादेश खंडित आता है तो हम (एनपीपी) चुनाव के बाद गठबंधन के अपने विकल्प खुले रख रहे हैं। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इंफाल में बने एक बूथ पर जाकर मतदान किया। वोट डालने से पहले उन्होंने अपने घर पर पूजा अर्चना की। वोट डालने के बाद मुख्यमंत्री ने लोगों से बढ़-चढ़कर मतदान करने का अनुरोध किया।

इम्फाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘‘डबल इंजन’’ की सरकार ने पूरी ईमानदारी से मणिपुर के विकास का प्रयास किया है और बड़ी ‘‘मेहनत’’ से आगामी 25 साल के लिए उसके विकास की एक ‘‘ठोस नींव’’ तैयार की है।

यहां एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पिछले पांच साल में राज्य में स्थिरता और शांति बहाल करने की जो प्रक्रिया शुरु हुई है, उसे अब स्थायित्व देना है और इसके लिए भाजपा की सरकार बनाना जरूरी है।

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले महीने मणिपुर ने अपनी स्थापना के 50 साल पूरे किए। इस अवधि में राज्य की जनता ने बहुत सारी सरकारें देखीं और उनके कामकाज देखे। लेकिन कांग्रेस शासन के दशकों बाद भी मणिपुर को असमानता और असंतुलित विकास ही मिला।’’

मोदी ने कहा कि पिछले पांच वर्ष में राज्य की जनता ने भाजपा का ‘‘सुशासन’’ और विकास के प्रति उसका ‘‘नेक इरादा’’ भी देखा है।

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