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नई दिल्ली: शिवसेना के सिंबल को लेकर दाखिल उद्धव गुट की याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने 31 जुलाई को सुनवाई का भरोसा दिया है। दरअसल, उद्धव गुट ने चुनाव आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट मे चुनौती दी है। चुनाव आयोग ने धनुष बाण चुनाव चिह्न और पार्टी पर शिंदे गुट को अधिकार दिया था, जिसे ठाकरे ग्रुप ने चुनौती दी है।

15 मार्च को शिवसेना चुनाव चिह्न मामले में चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था। चुनाव चिह्न ने एकनाथ शिंदे गुट को चुनाव चिह्न देने के फैसले को कानून के मुताबिक बताया था। चुनाव आयोग ने कहा था कि एकनाथ शिंदे को चुनाव चिह्न देने का फैसला सही और कारणों सहित दिया गया है। निष्पक्षता ना बरतने के उद्धव ठाकरे के आरोप बेबुनियाद हैं। ये फैसला आयोग ने संवैधानिक स्तर पर किया है ना कि प्रशासनिक स्तर पर। फैसला नियमों के तहत अर्ध- न्यायिक संस्था के तौर पर लिया गया गया है। इसलिए इस मामले में चुनाव आयोग को पक्षकार नहीं बनाया जा सकता।

मुंबई: महाराष्ट्र में अजित पवार और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कुछ अन्य विधायकों के पार्टी से बगावत करने तथा एकनाथ शिंदे नीत सरकार में शामिल होने के एक सप्ताह बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि वह यह देखने का इंतजार कर रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी ‘नयी टोली' को कैसे संभालती है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग वाली याचिकाओं के मुद्दे पर उद्धव ने कहा कि राज्य विधानसभा अध्यक्ष को एक तय रूपरेखा के भीतर इस पर फैसला लेना होगा।

उन्होंने महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र का दो दिवसीय दौरा शुरू करने के बाद नागपुर में पत्रकारों से कहा, ‘‘अगर विधानसभा अध्यक्ष इसे दरकिनार कर भी दें, तो उच्चतम न्यायालय के दरवाजे हमारे लिए हमेशा खुले हैं।'' जून 2022 में शिंदे की अगुवाई में विधायकों की बगावत के कारण उद्धव के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार गिर गई थी और शिवसेना दो धड़ों में बंट गई थी। बाद में शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए थे।

मुंबई: महाराष्‍ट्र में एनसीपी में बगावत के बाद शरद पवार अपनी अब पार्टी को बचाने के लिए मैदान में हैं। शरद पवार ने आज नासिक में एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर महाराष्‍ट्र के राजनीतिक हालात से लेकर अपनी उम्र और बीजेपी के साथ सरकार बनाने की कोशिश से आगामी लोकसभा चुनाव तक पर बेबाकी से अपनी राय रखी। शरद पवार ने अपनी उम्र को लेकर कहा कि मैं न थका हूं, ना रिटायर हूं। साथ ही बीजेपी के साथ सरकार बनाने की कोशिशों के आरोपों पर उन्‍होंने कहा कि राजनीति में चर्चा तो बहुत होती है, लेकिन क्या कोई फैसला हुआ? बीजेपी से चर्चा हुई लेकिन फैसला नहीं हुआ था।

शरद पवार ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान कहा कि महाराष्ट्र में कुछ ऐसे राजनीतिक हालात पैदा हो गए हैं, इसलिए जगह-जगह जाकर एनसीपी पार्टी की भूमिका को सामने रखने का फैसला किया है। मुझे खुशी है कि मैं आज बाहर निकला हूं। वरुण राजा ( बारिश) ने हम सभी का स्वागत किया है। उन्‍होंने कहा कि रिमझिम बारिश में मेरी वरुण राजा से प्रार्थना है कि राज्य में भी ऐसी ही बारिश आए जैसे बारिश की कुछ बूंदें मुझ पर गिरी हैं।

मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से अजित पवार समेत कई बड़े नेताओं की बगावत के बाद आज पार्टी संस्थापक शरद पवार अपनी पावर दिखाएंगे। पवार आज बागियों के खिलाफ बिगुल फूंकने वाले हैं और इसकी शुरुआत वो नासिक से करने वाले हैं। नासिक में रैली के लिए पवार अपने घर से रवाना हो चुके हैं।

छगन भुजबल के गढ़ नासिक में दिखाएंगे पावर

शरद पवार आज महाराष्ट्र सरकार के नवनियुक्त कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल के गढ़ और निर्वाचन क्षेत्र येवला में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। येवला से पवार महाराष्ट्र मिशन के तहत राज्यव्यापी दौरा करेंगे।

पार्टी को फिर से खड़ा करने पर जोर

भतीजे अजित पवार की बगावत के बाद शरद पवार पार्टी को फिर से जमीनी स्तर पर खड़ा करने पर जोर दे रहे हैं। इसी के तहत वो आज नासिक में रैली करने वाले हैं। शरद नासिक, पुणे, सोलापुर और विदर्भ में लोगों से मिलेंगे।

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