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मुंबई: सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड मामले में तीन साल बाद सीबीआई ने पहली गिरफ़्तारी कर ली है। हिंदू जनजागृति समिति से जुड़े नेता वीरेंद्र तावड़े को बीती रात सीबीआई ने पनवेल से गिरफ़्तार किया है। सनातन संस्था से भी ताल्लुक रखने वाले तावड़े को आज (शनिवार) को पुणे कोर्ट में पेश किया जाएगा। 20 अगस्त 2013 को दो अज्ञात लोगों ने दाभोलकर की गोली मारकर हत्या कर दी थी जिसके बाद से यह पहली गिरफ़्तारी है। हत्या के सुराग नहीं मिल रहे थे दाभोलकर की हत्या का शक कुछ दक्षिणपंथी समूहों और कार्यकर्ताओं पर है। दाभोलकर महाराष्ट्र में लंबे समय से काला जादू और अंधविश्वास के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ रहे थे। उनकी हत्या के मामले में कोई सुराग नहीं मिल पाने से महाराष्ट्र पुलिस की कड़ी आलोचना की जा रही थी। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। इस मामले में कई छापे हुए और पूछताछ हुई लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। गौरतलब है कि इससे पहले 2009 में गोवा के शहर मरगांव में हुए ब्लास्ट में भी तावड़े आरोपी रहा है।

मुम्बई: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बराक ओबामा की दोस्ती पर चुटकी लेते हुए भाजपा की प्रमुख सहयोगी शिवसेना ने शुक्रवार को कहा कि इसमें आश्चर्य नहीं होगा कि कार्यकाल समाप्त होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति भारत में बस जाएं। शिवसेना ने भारत और पाकिस्तान के साथ ‘दोहरी नीति’ को आगे बढ़ाने के लिए अमेरिका की आलोचना की। शिवसेना ने अपने ‘मुखपत्र’ सामना के संपादकीय में कहा, 'अमेरिका के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अच्छे मित्र बन गए हैं। उनके रिश्ते इतने गहरे हैं कि कार्यकाल समाप्त होने के बाद ओबामा का परिवार सूरत, राजकोट, पोरबंदर, मनाली, महाबलेश्वर या दिल्ली में से किसी स्थान पर बसने वाले तो नहीं हैं।' ओबामा का कार्यकाल 20 जनवरी 2017 को समाप्त होने वाला है। संपादकीय में कहा गया है कि किसी अन्य भारतीय प्रधानमंत्री को अतीत में किसी अमेरिकी राष्ट्रपति से इतना प्रेम नहीं मिला।' शिवसेना ने कहा कि मोदी ने जरूरत के समय में साथ देने के लिए अमेरिका का धन्यवाद किया है और यह उनके विनम्र स्वभाव के अनुरूप ही हैं।

मुंबई: शिवसेना नेतृत्व को गलत ढंग से पेश करने संबंधी सोशल मीडिया पोस्टों के वायरल होने के साथ ही अगले साल निर्धारित मुंबई नगर निगम चुनावों से पहले भाजपा औा शिवसेना के बीच तनाव होने की बात परिलक्षित हो रही है। प्रतीत होता है कि सोशल मीडिया पर ये पोस्ट भाजपा के खिलाफ शिवसेना की टीका टिप्पणियों के जवाब में डाली गयी हैं। इन पोस्टरों में ‘‘आई सपोर्ट नमो :मैं नमो का समर्थन करता हूं:’’ के नारे लिखे हैं तथा इसमें शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और पार्टी प्रवक्ता के रेखाचित्र एवं चित्र हैं। एक पोस्टर में उद्धव का मजाक उड़ाया गया है, ‘‘यह देश पिता ( दिवंगत बाल ठाकरे) एवं मातोश्री (मराठी में माता तथा मुंबई में ठाकरे परिवार का निवास) के आशीर्वाद से नहीं चलता। ’’ एक अन्य तस्वीर में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, राउत एवं उद्धव को एक थली के चट्टे बट्टे बताया गया है। अभी तक भाजपा के किसी नेता या प्रवक्ता ने पोस्टरों की जिम्मेदारी नहीं ली है। इस बीच खबरें हैं कि यह भाजपा की मुंबई इकाई के प्रमुख आशीष शेलार की शह पर हो सकता है जिन्होंने अगले साल होने वाले महत्वपूर्ण बीएमसी चुनाव से पहले शिवसेना के खिलाफ कड़ा रूख अपना रखा है। शिवसेना के प्रवक्ता राउत ने हाल में केन्द्र के भाजपा शासन की तुलना निजाम के शासन से की थी। औरंगाबाद में बुधवार को शिवसेना की रैली को संबोधित करते हुए राउत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सूखा प्रभावित मराठवाड़ा क्षेत्र का दौरा नहीं करने के कारण आलोचना की थी।

औरंगाबाद: भाजपा पर हमला करते हुए शिवसेना से राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा नीत सरकार निजाम सरकार से भी बुरी है। निजाम हैदराबाद के रजवाड़े का पूर्व मुस्लिम शासक था। औरंगाबाद और मराठवाड़ा के कुछ हिस्से अतीत में उस राज्य का हिस्सा थे। राउत ने यहां पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा, ‘भाजपा सरकार निजाम सरकार का बाप है।’ शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र दोनों में भाजपा की सहयोगी पार्टी है।

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