ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

मुंबई: भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर विवादों में घिरे महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से ने मंत्रीपद से इस्‍तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार, खड़से ने महाराष्‍ट्र कैबिनेट के मंत्रीपद से इस्‍तीफा दे दिया है। सूत्रों के हवाले से यह सामने आया है कि मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से मुलाकात के बाद खड़से ने इस्‍तीफा सौंपा है। खड़से पर जमीन घोटाले और अंडरवर्ल्‍ड डॉन दाऊद से बातचीत करने का भी आरोप है। जानकारी के अनुसार, सकंट में घिरे महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ खड़से ने शनिवार सुबह मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से मुलाकात की। भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सवालों के घेरे में आए एकनाथ खड़से के खिलाफ कार्रवाई की पूरी संभावना बन गई थी क्योंकि राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करने के बाद कहा था कि इस मामले में पार्टी ‘उपयुक्त कार्रवाई’ करेगी। बाद में पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा था कि खड़से के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने संकेत दिया था कि कार्रवाई आने वाले समय में हो सकती है। अमित शाह से मुलाकात के बाद फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा था कि मैंने मामले पर तथ्यात्मक रिपोर्ट सौंपी है जो हाल में सामने आई है। हमने उन पर चर्चा भी की है। पुणे में सरकारी एमआईडीसी की जमीन को औने-पौने दाम में खरीदने के लिए खड़से पर उनके राजनीतिक विरोधियों और भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने आरोप लगाए। इस जमीन की कीमत 40 करोड़ रुपये बताई गई। खड़से पर यह भी आरोप है कि उनके पास दाउद इब्राहिम के सहयोगी का फोन आया था। हालांकि, महाराष्ट्र के इस वरिष्ठ मंत्री ने अपने खिलाफ लगे आरोपों से इंकार किया।

मुंबई: कई विवादों से घिरे महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से ने इस्‍तीफे से इनकार कर दिया है। गौरतलब है कि एकनाथ खडसे की कुर्सी इस समय खतरे में है चूंकि एमआईडीसी जमीन घोटाले में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्‍यमंत्री और प्रदेश भाजपा से रिपोर्ट मांगी है। इस बात की संभावना है कि पार्टी दस जून के बाद उन पर करवाई कर सकती है। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के फोन कॉल और जमीन घोटाले में घिरे खडसे अब पार्टी में अलग-थलग पड़ रहे हैं। भाजपा में उनके इस्तीफे की मांग जोर पकड़ रही है। वहीं, महाराष्‍ट्र के मुख्यमंत्री फड़नवीस गुरुवार को पीएम मोदी से मिलने वाले हैं और इस दौरान खडसे के मसले पर बातचीत हो सकती है। फड़नवीस पहले ही खडसे के मंत्रालय बदलने की पेशकश कर चुके हैं, लेकिन खडसे इस बदलाव के लिए तैयार नहीं है। विरोध में दो दिन से लालबत्ती की गाड़ी का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है। दूसरी ओर, खड़से के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के संबंध में जांच और राज्य कैबिनेट से उन्हें हटाए जाने की मांग को लेकर आप की पूर्व नेता अंजलि दमानिया ने आज भूख हड़ताल शुरू की। यहां के आजाद मैदान में पहुंचकर अपनी भूख हड़ताल शुरू करने से पहले कल अंजलि ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का आशीर्वाद लेने के मकसद से उनसे मुलाकात की। उन्होंने मांग की कि जांच छह महीनों के अंदर पूरी हो और मामले की सुनवाई त्वरित अदालतों में हो। अंजलि ने कहा कि खड़से के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं और सरकार को इस संबंध में कार्रवाई करनी चाहिए। मैंने अन्ना से मुलाकात की और उन्हें खड़से के खिलाफ सभी दस्तावेज दिखाए।

अहमदाबाद: गुजरात दंगों के दौरान हुए गुलबर्ग सोसाइटी हत्याकांड में कोर्ट ने अहम फैसला सुनाते हुए 24 आरोपियों को दोषी करार दिया है और 36 को बरी किया गया है। दोषियों की सजा का ऐलान अगले हफ्ते होगा। 28 फरवरी 2002 को हजारों की हिंसक भीड़ ने गुलबर्ग सोसायटी पर हमला कर दिया था। इसमें 69 लोग मारे गए थे, जिनमें पूर्व कांग्रेस सांसद एहसान जाफ़री भी थे। 39 लोगों के शव बरामद हुए थे और 30 लापता लोगों को सात साल बाद मृत मान लिया गया था। इस मामले की सुनवाई 2009 में शुरू हुई थी। कुल 66 आरोपी थे, जिनमें चार की मौत हो चुकी है। 9 अब भी जेल में हैं। कुल 338 लोगों की गवाही हुई है। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस मामले में 2010 में पूछताछ हुई थी। एसआईटी रिपोर्ट में उन्हें क्लीन चिट दे दी गई थी। 15 सितंबर 2015 को सुनवाई ख़त्म हो गई थी। पीड़ित परिवार आरोपियों के लिए कड़ी सज़ा की मांग कर रहा है। गुजरात के अहमदाबाद शहर के मेघाणीनगर इलाके कि गुलबर्ग सोसायटी में 28 फरवरी, 2002 को जो कहर बरपा वो दुख दर्द अब भी भुक्‍तभोगियों की जिंदगी में दिखता है। रूपा मोदी इकलौती पारसी थीं जो पूरी तरह से मुस्लिमों की उस सोसायटी में रहती थीं। उनका 14 साल का बेटा तब से जो गुमशुदा हुआ, वह आज तक नहीं मिला है। उसके आंसू और दर्द थम नहीं रहे हैं। उसकी ज़िन्दगी जैसे 28 फरवरी, 2002 को ही थम सी गई है। 77 साल की ज़किया जाफरी तो न्याय की लड़ाई की आइकन बन गई हैं।

मुंबई: आम आदमी पार्टी की पूर्व नेता अंजलि दमानिया ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से मुलाकात की और महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से के खिलाफ कार्रवाई के लिए उनके हस्तक्षेप की मांग की। खड़से कई विवादों में फंसे हुए हैं। खड़से के खिलाफ आरोपों से निपटाने के लिए फास्ट-ट्रैक अदालत की मांग को लेकर अंजलि से अनशन भी शुरू करेंगी। अंजलि ने कहा कि अहमदनगर जिले के अपने रालेगण सिद्धी गांव में हजारे ने बैठक के दौरान उनसे कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखेंगे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेद्र फड़णवीस से बात करेंगे। इस बीच भाजपा सूत्रों ने बताया कि खडसे के प्रति समर्थन जताते हुए जलगांव शहर से भाजपा के 15 नगर सेवकों ने धमकी दी कि अगर खडसे के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई तो वह इस्तीफा दे देंगे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख