ताज़ा खबरें
एलजी ने सीएम आतिशी को केजरीवाल से ‘हजार गुना बेहतर’ बताया
कैशकांड पर विनोद तावड़े ने राहुल-खड़गे-श्रीनेत को भेजा कानूनी नोटिस

मुंबई: अजीत पवार खेमे के कुछ विधायकों के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-एसपी) में लौटने की अटकलों के बीच एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि जो लोग पार्टी को 'कमजोर' करना चाहते हैं, उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा।

हालांकि, वरिष्ठ एनसीपी नेता ने कहा कि जो विधायक पार्टी की छवि को 'नुकसान' नहीं पहुंचाएंगे, उन्हें वापस लिया जाएगा, लेकिन पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात करने के बाद।

महाराष्ट्र के मुंबई में मीडिया को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा, 'जो लोग पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं, उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा। लेकिन जो नेता संगठन को मजबूत करने में मदद करेंगे और पार्टी की छवि को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे, उन्हें शामिल किया जाएगा।"

उन्होंने कहा, "हालांकि, यह भी पार्टी (एनसीपी-एसपी) के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात करने के बाद ही होगा।"

पुणे: पुणे के पोर्श कार दुर्घटना मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। अदालत ने हादसे के आरोपी नाबालिग को संप्रेक्षण गृह से रिहा करने के आदेश दिए हैं।

किशोर की चाची की याचिका पर हुई सुनवाई

बॉम्बे हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि किशोर को संप्रेक्षण गृह से तुरंत रिहा किया जाए। न्यामूर्ति भारती डांगरे और न्यायमूर्ति मंजुषा देशपांडे की पीठ ने यह फैसला सुनाया। दरअसल किशोर की चाची ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। याचिका में किशोर की रिहाई की मांग की गई थी। अदालत ने कहा कि किशोर का पालन-पोषण फिलहाल उसकी चाची ही करेंगीं क्योंकि उसके माता-पिता और दादा को गिरफ्तार किया गया है।

उच्च न्यायालय ने माना कि यह गंभीर अपराध है लेकिन कहा ‘हमारे हाथ कानून से बंधे हैं। कानून का उल्लंघन करने पर किसी भी बच्चे के साथ वयस्कों जैसा व्यवहार नहीं किया जा सकता।’ अदालत ने कहा कि किशोर न्याय बोर्ड का किशोर को संप्रेक्षण गृह में भेजने का आदेश गलत था। अदालत ने कहा कि यह किशोर न्याय बोर्ड के अधिकार क्षेत्र से बाहर का फैसला था।

मुंबई: मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से इस बार लोकसभा चुनाव में शिवसेना प्रत्याशी रवींद्र वायकर ने जीत हासिल की तो विरोधियों ने इस जीत पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। मामला अब इतना बढ़ गया है कि इस सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रहे भरत शाह ने बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया है। बता दें, वायकर ने अपने प्रतिद्वंद्वी उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के प्रत्याशी अमोल कीर्तिकर को 48 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी।

निर्दलीय प्रत्याशी भरत शाह ने बॉम्बे हाईकोर्ट में इस संबंध में याचिका दायर की है। उन्होंने याचिका में मतगणना के दौरान गड़बड़ियों का आरोप लगाया है। शाह ने उच्च न्यायालय से मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र के परिणामों को अमान्य घोषित करने की मांग की है। वायकर ने मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी शिवसेना-यूबीटी प्रत्याशी अमोल कीर्तिकर को केवल 48 वोटों से हराया था। हिंदू समाज पार्टी के भरत शाह ने एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था और मात्र 937 वोट हासिल किए।

मुंबई: शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने शिवसेना सांसद रविंद्र वायकर पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि 'रविंद्र वायकर पहले शिवसेना में थे, लेकिन ईडी, सीबीआई के डर से पार्टी छोड़ गए थे। पहले उन्हें उनके खिलाफ चल रहे ईडी के मामले पर बात करनी चाहिए कि उसकी जांच क्यों रुक गई? हमने ईवीएम पर सवाल नहीं उठाया है, लेकिन व्यवस्था पर सवाल उठाया है। हमने रिटर्निंग अफसर पर सवाल उठाए हैं...रविंद्र वायकर लोकसभा नहीं पहुंचेंगे।'

रविंद्र वायकर की जीत पर उठ रहे हैं सवाल

रविंद्र वायकर मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से महज 48 वोटों से जीते हैं, उन्होंने उद्धव ठाकरे की शिवसेना के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को करीबी मुकाबले में हराया। हालांकि ये चुनाव नतीजा विवादों में फंस गया है। दरअसल अमोल कीर्तिकर ने मतगणना केंद्र पर धांधली का आरोप लगाया है। मुंबई पुलिस ने रविंद्र वायकर के साले मंगेश पांडिलकर के खिलाफ मामला भी दर्ज किया है। आरोप है कि 4 जून को आम चुनाव के नतीजों की घोषणा के समय मंगेश को कथित तौर पर मोबाइल का इस्तेमाल करते हुए देखा गया था। पांडिलकर को मोबाइल देने के आरोप में चुनाव आयोग के एक कर्मचारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख