ताज़ा खबरें

मुंबई: महाराष्ट्र के कोरोना वायरस के 3,018 नए मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 19,25,066 हो गई है। जिसके मद्देनजर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार ने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए 31 जनवरी 2021 तक के लिए राज्य में लॉकडाउन प्रतिबंधों का विस्तार किया है।

इस संबंध में 29 दिसंबर को एक परिपत्र जारी किया गया है। परिपत्र में कहा गया है, 'राज्य में कोविड-19 वायरस फैलने का खतरा है। इसलिए, वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कुछ आपातकालीन उपाय अपनाते हुए राज्य में लॉकडाउन को 31 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया गया है।'

परिपत्र में कहा गया है कि पहले से जिन गतिविधियों को अनुमति दी गई है वे जारी रहेंगी। पिछले कुछ महीनों में सरकार ने कई लॉकडाउन प्रतिबंधों को कम कर दिया है। पिछले महीने, सरकार ने पूजा स्थलों को फिर से खोलने की अनुमति दी थी। राज्य के कुछ हिस्सों में 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए स्कूल भी फिर से खोल दिए गए हैं।

मुंबई: महाराष्ट्र में मुंबई कांग्रेस के महासचिव विश्वबंधु राय ने महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के रवैये पर सवाल उठाए हैं। इस संबंध में उन्होंने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी भी लिखी है। उन्होंने एमवीए सरकार में कांग्रेस को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। 

मुंबई कांग्रेस के महासचिव का कहना है कि महाराष्ट्र की एमवीए सरकार का एक साल पूरा हो गया है। इस दौरान कांग्रेस पार्टी राज्य सरकार में सहयोगी के तौर पर बनी हुई है। शिवसेना और एनसीपी महाराष्ट्र में सरकार चलाने की भूमिका में नजर आ रहे हैं। पत्र में उन्होंने कहा कि एनसीपी दीमक की तरह कांग्रेस पार्टी को कमजोर कर रही है।

राय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के मंत्रियों को महाराष्ट्र सरकार में बड़ी संख्या में जमीनी स्तर पर संगठन का कोई काम नहीं मिल रहा है। आम जनता के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं को मंत्रियों के विभाग का पता नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे सहयोगी रणनीति बनाकर हमारी पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं और अपनी पार्टी को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं। 

औरंगाबाद: केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने मंगलवार को दावा किया कि शिवसेना सांसद संजय राउत की हालिया एक टिप्पणी के कारण संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) नेतृत्व महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर कर सकता है। आठवले ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए दावा किया कि राउत के बयान से कांग्रेस नाराज हो गई थी। कांग्रेस राज्य में शिवसेना नीत गठबंधन सरकार का हिस्सा है। 

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते राउत ने कहा था कि भाजपा विरोधी सभी पार्टियों को संप्रग में शामिल होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि राकांपा प्रमुख शरद पवार संप्रग की अगुवाई करने के लिए सक्षम हैं। फिलहाल संप्रग की नेता कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी हैं। राजग के सहयोगी आठवले ने कहा, राउत ने कहा कि शरद पवार को संप्रग की अगुवाई करनी चाहिए, जिससे कांग्रेस के नेतागण नाराज हो गए। नतीजतन कांग्रेस अपना समर्थन वापस ले सकती है और महा विकास अघाडी की सरकार गिर सकती है। 

मुंबई: शिवसेना ने एक बार फिर यूपीए गठबंधन की कमान संभालने वाली कांग्रेस पर सवाल उठाया है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में लिखा है कि एक समय था जब कांग्रेस पत्थर को भी खड़ा करती थी, तो उसे लोगों का समर्थन हासिल होता था। लेकिन अब कांग्रेस के समर्थन वाली मतपेटी बदल चुकी है। गौरतलब है कि इससे पहले भी शिवसेना ने यूपीए का नेतृत्व एनसीपी प्रमुख शरद पवार को सौंपने की वकालत की थी। सामना के संपादकीय में कहा गया है कि यूपीए के नेतृत्व के लिए कांग्रेस को प्रदर्शन करके दिखाना होगा। संपादकीय में हाल में हुए चुनाव का जिक्र करते हुए कांग्रेस की दुर्दशा के बारे में बताया गया है। 

यूपीए को मजबूत कर भाजपा के समक्ष खड़ा करना जरूरी

सामना के संपादकीय में लिखा गया है, 'संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन अर्थात ‘यूपीए’ का मजबूत होना समय की मांग है। लेकिन ये कैसे होगा? फिलहाल विरोधियों की एकता पर राष्ट्रीय मंथन शुरू है। ‘यूपीए’ का नेतृत्व कौन करेगा यह विवाद का मुद्दा नहीं है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख