औरंगाबाद: केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने मंगलवार को दावा किया कि शिवसेना सांसद संजय राउत की हालिया एक टिप्पणी के कारण संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) नेतृत्व महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर कर सकता है। आठवले ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए दावा किया कि राउत के बयान से कांग्रेस नाराज हो गई थी। कांग्रेस राज्य में शिवसेना नीत गठबंधन सरकार का हिस्सा है।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते राउत ने कहा था कि भाजपा विरोधी सभी पार्टियों को संप्रग में शामिल होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि राकांपा प्रमुख शरद पवार संप्रग की अगुवाई करने के लिए सक्षम हैं। फिलहाल संप्रग की नेता कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी हैं। राजग के सहयोगी आठवले ने कहा, राउत ने कहा कि शरद पवार को संप्रग की अगुवाई करनी चाहिए, जिससे कांग्रेस के नेतागण नाराज हो गए। नतीजतन कांग्रेस अपना समर्थन वापस ले सकती है और महा विकास अघाडी की सरकार गिर सकती है।
आरपीआई (ए) नेता ने कहा, हमारी इस सरकार को गिराने की कोई योजना नहीं है। लेकिन अगर सरकार गिरती है तो राजग निश्चित तौर पर राज्य में सरकार बनाएगी। राउत की पत्नी को कथित धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, ईडी एक सरकारी संगठन है, लेकिन स्वतंत्र है। सरकार का इरादा ईडी के जरिए किसी को परेशान करने का नहीं है।
उन्होंने दावा किया कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन को पूरे देश का समर्थन हासिल नहीं है। अठावले ने कहा, किसी कानून में संशोधन का प्रावधान है और यह किसानों से बातचीत के बाद किया जा सकता है। शरद पवार कई सालों तक सरकार में रहे हैं। उन्हें विपक्षी पार्टियों के नेताओं से बातचीत करनी चाहिए और जो संशोधन वे चाहते हैं, उनके बारे में सरकार को बताना चाहिए। सरकार उनकी बातों का स्वागत करेगी।