मुंबई (जनादेश ब्यूरो): एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे। वो ये पद ग्रहण करने के लिए तैयार हो गए हैं। राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद वर्षा बंगले पर शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच 45 मिनट तक बैठक चली, जिसके बाद एकनाथ शिंदे ने शिवसेना नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया।
बैठक पूरी होने के कुछ देर बाद ही एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम का पद स्वीकार करने का फैसला लिया। अब गुरुवार, 5 दिसंबर को आजाद मैदान में देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और साथ ही अजित पवार और एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम का पदभार ग्रहण करेंगे।
देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे से की थी अपील
दरअसल, महायुति में सीएम पद की तस्वीर बुधवार को साफ हो गई। देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया। ये साफ हो गया कि अब अगले सीएम फडणवीस ही होंगे।
इसके बाद राज्यपाल से महायुति के नेताओं ने मुलाकात की। इस दौरान एकनाथ शिंदे ने ही राज्यपाल को सरकार बनाने के लिए जरूरी विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा। इसके बाद महायुति के तीनों नेता मीडिया से मुखातिब हुए। सब ये जानना चाहते थे कि क्या शिंदे, फडणवीस की सरकार में डिप्टी सीएम बनेंगे?
एकनाथ शिंदे से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण कल है, वो उस समय तक फैसला ले लेंगे। उनके इस जवाब ने फिर सस्पेंस बना दिया था। हालांकि, अब एकनाथ शिंदे ने अपना फैसला साफ कर दिया है और यह दिखा दिया है कि अब कोई नाराजगी की बात नहीं है।
क्या एकनाथ शिंदे को मिलेगा गृहमंत्री का पद?
हालांकि, सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे गृह मंत्रालय का पद चाहते हैं। इसलिए वो अपनी 'चुप्पी' के जरिए बीजेपी पर दबाव बना रहे हैं। अगर मंत्रालयों के बंटवारे में पेंच फंसता है तो दिल्ली में फिर बैठक हो सकती है।