ताज़ा खबरें
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

जयपुर: राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत पर भाजपा नेता व राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस की आंतरिक कलह का नुकसान आज राजस्थान की जनता को उठाना पड़ रहा है। राजस्थान की मौजूदा राजनीतिक रस्साकशी के बीच राजे का यह पहला बयान है। यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि ऑडियो टेप प्रकरण को लेकर हंगामा मचा हुआ है।

उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब हमारे प्रदेश में कोरोना से 500 से अधिक मौतें हो चुकी है और करीब 28000 लोग कोरोना पॉजिटिव है। ऐसे समय में जब टिड्डी हमारे किसानों के खेतों पर लगातार हमले कर रहे है। ऐसे समय में जब हमारी महिलाओं के खिलाफ अपराध ने सीमाएं लांघ दी है। ऐसे समय में जब प्रदेश में बिजली समस्या चरम पर है और ये तो केवल मैं कुछ ही समस्याएं बता रही हूं। उन्होंने कहा कि ऐसे समय पर कांग्रेस, भाजपा और भाजपा नेतृत्व पर दोष लगाने का प्रयास कर रही है। सरकार के लिए सिर्फ और सिर्फ जनता का हित सर्वोपरि होना चाहिए। कभी तो जनता के बारे में सोचिए!

नई दिल्ली: बीएसपी प्रमुख मायावती ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्होंने गहलोत पर दल-बदल कानून का दुरुपयोग करने और अब फोन टैपिंग का आरोप लगाया है। साथ ही यह भी कहा, लगातार बीएसपी के साथ दगाबाजी की गई है। उन्होंने कहा, लोकतंत्र की और अधिक दुर्दशा ना हो इसके लिए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत है।

मायावती ने शनिवार को ट्वीट किया, ''राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन और बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी और असंवैधानिक काम किया है।'' मायावती ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ''इस प्रकार राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहां के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहां राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो।''

नई दिल्ली: राजस्थान में सरकार को गिराने एवं पार्टी तोड़ने का प्रयास करने के कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने शनिवार को कहा कि सारा षड्यंत्र उन्हीं के घर में रचा जा रहा था। पार्टी ने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों को ताक पर रखकर फोन टैंपिंग किये जाने सहित विभिन्न प्रकरण की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। भाजपा प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने पूछा कि क्या राजस्थान में फोन टैपिंग की गई थी और यदि ऐसा था, तो राज्य सरकार ने मानक प्रक्रिया का पालन किया।

पात्रा ने सवाल किया कि क्या राजस्थान में फोन टैपिंग की जा रही थी और क्या यह आधिकारिक स्तर पर की जा रही थी। क्या मानक प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन हुआ ? क्या फोन टैपिंग इत्यादि की गयी? क्या सभी राजनीतिक पार्टी के सभी लोगों के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है? इसे लेकर सीबीआई द्वारा तत्काल जांच होनी चाहिए। भाजपा प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि क्या राजस्थान में परोक्ष रूप से आपातकाल नहीं लगाया जा रहा? उन्होंने कहा कि भाजपा इस पूरे प्रकरण की सीबीआई द्वारा जांच की मांग करती है। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

जयपुर: राजस्थान की सियासी जंग अब 'ऑडियो क्लिप' पर फोकस हो रही है। कांग्रेस ने भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की 'कथित ऑडियो क्लिप' जारी करते हुए उन पर राजस्थान की गहलोत सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने केंद्रीय मंत्री का नाम क्लिप से जोड़ने पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और गोविंद सिंह डोटासरा समेत अन्य नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

राजस्थान भाजपा के प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने अशोक नगर पुलिस स्टेशन के थानाध्यक्ष को भेजी शिकायत में कहा, "महेश, जोशी, रणदीप सुरजेवाला और अन्य आरोपी भाजपा की प्रतिष्ठा को नुकसान पुहंचाने के लिए अक्सर झूठे और भड़काऊ भाषण देते हैं ताकि राज्य में कांग्रेस के सियासी संकट के लिए भाजपा को दोष दिया जा सके। भाजपा की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाली साजिश मुख्यमंत्री के आवास पर रची गई है।" शिकायत में कहा गया है कि कुछ लोगों की आवाज को गलत तरीक से भाजपा के प्रतिष्ठित नेताओं की आवाज बताते हुए फर्जी फोन वार्तालाप तैयार किया गया है कि लोगों में यह संदेश दिया जा सके कि कांग्रेस विधायकों को खरीदने के लिए करोड़ों रुपये की पेशकश की गई है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख