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नई दिल्ली: सचिन पायलट गुट के दो बागी विधायक भंवर लाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को कांग्रेस ने प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि कल शाम और आज तक जो टेप सामने आए हैं उनसे साफ है कि भाजपा द्वारा कांग्रेस की चुनी हुई सरकार को गिराने और विधायकों की निष्ठा को खरीदने का षड्यंत्र किया गया है। ये साफ है कि चीन या कोरोना से लड़ने की बजाए भाजपा और मोदी सरकार सत्ता लूटने का काम कर रही है।

सुरजेवाला ने कहा है कि सचिन पायलट आगे आकर विधायकों की सूची भाजपा को देने वाले तथाकथित इल्जाम के बारे में अपनी स्थिति सार्वजनिक तौर से स्पष्ट करें। वहीं कांग्रेस ने शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए दोहराया कि राजस्थान की सरकार को गिराने के लिए एक चाल चली गई थी। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक फोन पर हुई बातचीत के ट्रांसक्रिप्ट को दिखाते हुए कहा कि गहलोत सरकार को गिराने के लिए योजना बनाई गई थी।

 

क्या है ऑडियो टेप में

इस ऑडियो टेप में सरकार गिराने के लिए लेनदेन की बातचीत है। हालांकि ऑडियो के सही होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन उसमें कथित रूप से एक केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता की पायलट गुट के एक विधायक की बातचीत की आवाज है। वायरल ऑडियो में पायलट गुट के विधायक द्वारा पैसे के बारे में पूछने पर कथित रूप से बीजेपी नेता आश्वस्त करता है कि पूरी व्यवस्था हो जाएगी और वरिष्ठता का भी ख्याल रखा जायेगा। केंद्रीय मंत्री की तरफ से कथित तौर पर यह कहा जा रहा था कि विधायकों की संख्या 30 हो जाती है तो वह सरकार के घुटने टिका देंगे।

राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष ने एक ट्वीट कर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'गजेंद्र सिंह कल आप भाजपा की देशमहानता के मनसूबों की बात कर रहे थे, आज पूरे भारत ने सामने आए इस ऑडियो क्लिप से आपके मनसूबे देख लिए। अब यह साफ़ है कि भाजपा राजस्थान में लोकतांत्रिक रूप से चुनी सरकार को गिराने के षड्यंत्र में शामिल है, अगर नैतिकता रखते हैं तो इस्तीफा दीजिए।'

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