ताज़ा खबरें
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

जयपुर: राजस्थान कांग्रेस में सचिन पायलट खेमे पर पार्टी की बढ़त के बीच पायलट के समर्थन में उतरे एक विधायक ने राजस्थान कांग्रेस प्रभारी को ही निशाने पर ले लिया है। पायलट कैंप के बागी विधायक भंवरलाल शर्मा ने बागी विधायकों को नोटिस भेजने पर कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी को संविधान की जानकारी नहीं है। भंवरलाल शर्मा ने कहा व्हिप सिर्फ विधानसभा में लागू होता है पार्टी विधायक दल की विधानसभा से बाहर बैठक में नहीं। शर्मा ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी को संविधान की जानकारी नहीं है क्योंकि व्हिप के उल्लंघन का आरोप ही गलत है।

बता दें कि बीते रविवार को राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में दोफाड़ होने की खबर के बाद सचिन पायलट की ओर से दावा किया गया था कि उनके पास करीब 30 विधायकों का समर्थन है। इसके बाद गहलोत ने सोमवार को अपने विधायक दल की बैठक बुलाई थी, जिसमें व्हिप जारी करते हुए सभी विधायकों को बैठक में मौजूद रहने को कहा गया था। लेकिन इस मीटिंग में न पायलट आए, न ही उनके खेमे के बागी विधायक। सोमवार को कांग्रेस की ओर से पायलट से वापस आकर बातचीत करने का ऑफर दिया गया और मंगलवार को फिर विधायक दल की बैठक रखी गई, लेकिन पायलट और उनके साथी विधायक फिर नहीं आए।

नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से विधायकों के खरीद फरोख्त के आरोपों पर सचिन पायलट की टीम की तरफ से सवाल किया गया है। राजस्थान सरकार में मंत्री पद से हटाए गए सचिन पायलट कैंप के रमेश मीणा ने गहलोत से सवाल पूछते हुए वो वक्त याद दिलाया जब मायावती की बहुजन समाज पार्टी के विधायकों ने पाला बदलकर कांग्रेस ज्वाइन किया था। मीणा भी उनमें से एक थे जिन्होंने पाल बदलकर कांग्रेस ज्वाइन किया था। 

रमेश मीणा ने कहा, बीएसपी विधायकों ने दो बार अपनी पार्टी छोड़ी और कांग्रेस में आकर शामिल हो गए और दोनों ही वक्त गहलोत की सरकार में। उनके पहले कार्यकाल में गहलोत 4 विधायकों को कांग्रेस में लेकर आए। दूसरे कार्यकाल में वे 6 विधायकों को लेकर आए। उन्होंने कहा, आज वे करोड़ों के लेन-देन की बात कहते हैं। मैं मुख्यमंत्री से यह पूछना चाहता हूं कि कितने पैसे हमें दिए गए थे जब मैंने कांग्रेस को ज्वाइन किया था? सच्चाई बताएं। उन्होंने हमें बताया था कि विकास होगा।

जयपुर: राजस्थान कांग्रेस संकट पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भाजपा ने राजस्थान में हथियार डाल दिए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की साजिश नाकाम रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने सचिन पायलट और उनके साथियों से कहा था कि पार्टी फोरम में अपनी बात रख सकते हैं। ऐसे में पायलट 'वापस घर' आएं और खुलकर बात करें। सुरजेवाला ने पीसी में कहा, 'भाजपा का षड्यंत्र औंधे मुंह गिर गया है। भाजपा अपनी साज़िश में नाकाम रही। प्रथम दृष्टि से यह साफ़ है कि भाजपा ने अपने हथियार डाल दिया है।'

सुरजेवाला ने पूरे मामले में सचिन पायलट के रुख का ज़िक्र करते हुए कहा कि पार्टी ने सचिन और उनके साथियों से कहा कि पार्टी फोरम में अपनी बात रख सकते हैं। उन्होंने कहा, 'हमने उनसे बार-बार वापस आने को कहा। हमने कहा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व उनकी बात सुनने के लिए खुले दिल से तैयार है। हमने उनसे कहा कि बैठक में आइए और अपनी बात रखिए। बहुमत साबित कीजिए और अपना अधिकार लीजिए।' सुरजेवाला ने कहा, 'कांग्रेस ने कम उम्र से ही उनका साथ दिया। सोनिया गांधी ने सचिन पायलट को शुरू से प्रोत्साहित किया। पिछले पांच दिनों में भी सोनिया और राहुल गांधी ने सारे दरवाज़े खोलकर कहा कि आप वापस आ जाइए।'

जयपुर: राजस्थान में कांग्रेस और सचिन पायलट के बीच चल रही खींचतान के बीच सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुलकर पायलट पर हमला बोला है। बुधवार को मुख्यमंत्री गहलोत ने मीडिया से मुखातिब होते हुए सचिन पायलट पर हमला बोला और भाजपा पर विधायकों के खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया। सीएम ने कहा कि हमारे यहां उप-मुख्यमंत्री खुद ही डील कर रहे हैं।  सीएम ने कहा कि जयपुर में विधायकों की खरीद-फरोख्त की जा रही थी, हमारे पास इसके सबूत हैं। हमें विधायकों को एक होटल में 10 दिनों के लिए रखना पड़ा, अगर हमने ऐसा नहीं किया होता तो मानेसर में जो हो रहा था वो यहां हो सकता था। 

गहलोत ने कहा कि जो लोग सरकार गिराने के लिए षड्यंत्र में शामिल हैं, वही लोग सफाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे यहां उप-मुख्यमंत्री खुद ही डील कर रहे हैं। सरकार के खिलाफ षड्यंत्र में उप-मुख्यमंत्री खुले रूप से शामिल हैं। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार को गिराने की साजिश हो रही है। दिल्ली में बैठे कुछ लोग सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं। जैसा, उन्होंने कर्नाटक और मध्यप्रदेश में किया, वैसा ही वे राजस्थान में करना चाहते हैं। 

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख