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जयपुर: राजस्थान में सचिन पायलट की पार्टी में वापसी और विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद प्रदेश कांग्रेस में फेरबदल का दौर शुरू हो गया है। पार्टी ने अविनाश पांडेय की जगह अजय माकन को तत्काल प्रभाव से प्रभारी महासचिव नियुक्त कर दिया है। माना जा रहा है कि यह फैसला सचिन पायलट के उन मुद्दों को देखते हुए लिया गया है, जो उन्होंने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात के दौरान उठाए थे। इस दौरान उन्होंने पायलट की शिकायतें निपटाने का आश्वासन दिया था।  

गठित की गई तीन सदस्यीय समिति

इसके साथ ही कांग्रेस ने उस तीन सदस्यीय समिति का गठन भी कर दिया है जिसका आश्वासन पार्टी ने सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों को दिया था। इस समिति में पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन शामिल किए गए हैं। बता दें कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ने राज्य में सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच चल रहे विवादों को निपटाने के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया था। पार्टी के इस निर्णय का पायलट और गहलोत, दोनों ने ही स्वागत किया था।

जयपुर (जनादेश ब्यूरो): विश्वासमत प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार को गिराने की साजिश रची गई। उन्होंने कहा अरूणाचल प्रदेश, कर्नाटक, मणिपुर और मध्य प्रदेश  हवाला दिया और कहा कि देश में लोकतंत्र खतरे में हैं। गहलोत ने भाजपा नेताओं से सदन में कहा कि आप लोग अंदर ही अंदर धमकी दे रहे हो। उन्होंने सवाल किया कि चुनी हुई सरकार को गिरा दो क्या यह डेमोक्रेसी है। गहलोत ने भाजपा पर निशान साधते हुए कहा कि 100 चूहे खाकर बिल्ली चली हज को, यह हालत हो गई आपकी पार्टी की। 

गहलोत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का नया रूप देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने तय कर रखा है कि राजस्थान की सरकार गिरा के रहेगी, लेकिन मैं गिरने नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को सपने में सरकारें दिख रही हैं। राजस्थान सीएम ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास पढ़ो, तो आपकी आंखें खुल जाएगी। उन्होंने कहा कि आज जो दिल्ली में घमंड दिख रहा है, जनता कब उसे उल्टा कर दे पता नहीं। उन्होंने कहा कि विपक्ष की किसी भी चाल को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।

जयपुर: राजस्थान व‍िधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्‍व वाली कांग्रेस सरकार ने ध्वनि मत से बहुमत साबित कर द‍िया है। विश्वास मत पर मतदान के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को 21 अगस्त तक स्थगित कर दिया। इससे पहले विश्‍वास मत पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि चुनी हुई सरकारों को गिराने की कोशिश की जा रही है। सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली। उन्‍होंने कहा कि जब भैरों सिंह सरकार को गिराने की साजिश हुई, तो मैं राज्यपाल और प्रधानमंत्री के पास गया। आप लोगों में भी कई सरकार को गिराने  के खिलाफ थे। वो लोग नहीं चाहते थे क्योंकि ऐसी परंपरा नहीं रही।

एक बार स्थगन के बाद शुरू हुए सदन में राजस्थान सरकार में कानून और संसदीय मामलों के मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने विधानसभा में कहा, हमारे पास बड़ा बहुमत है। दो घंटे स्थगित रहने के बाद विधानसभा सत्र फिर शुरू हो गया है। अब धारीवाल ने विश्वास मत के लिए विधानसभा में प्रस्ताव रखा। विधानसभा सत्र में सबसे पहले चीन सीमा पर गलवां घाटी क्षेत्र में शहीद हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई।

जयपुर: राजस्थान विधानसभा का सत्र शुरू हो चुका है। आज बारिश की वजह से सदन की कार्यवाही शुरू होने में थोड़ी देरी हुई। सत्र के शुरू होते ही विधानसभा को 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। शोक प्रस्ताव के बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित किया गया था। 1 बजे कार्यवाही शुरू होते ही गहलोत सरकार में कानून और संसदीय कार्य मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने विश्वास प्रस्ताव पेश किया। सचिन पायलट ने सदन में अपने भाषण की शुरूआत करते हुए कहा, 'मुझे विपक्ष के पास इसलिए बिठाया गया, क्योंकि सीमा पर सबसे ताकतवर योद्धा को भेजा जाता है।'

सचिन पायलट ने अपनी सीट में हुए बदलाव के बारे में बोलते हुए कहा, 'इस सरहद पर कितनी भी गोलीबारी हो, मैं कवच और भाला लेकर सरकार को बचाने के लिए खड़ा हूं। मुझे सरहद पर बिठाया गया है, सरहद पर सबसे मजबूत योद्धा को भेजा जाता है।' पायलट ने सदन में भाजपा के उप-नेता राजेंद्र राठौड़ को उनके भाषण के बीच में रोककर यह बात कही। बता दें कि विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही गहलोत सरकार ने विश्वास प्रस्ताव पेश किया। संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने इस दौरान कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यहां (राजस्थान) भाजपा को छठी का दूध याद दिला दिया।

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