जयपुर: राजस्थान विधानसभा का सत्र शुरू हो चुका है। आज बारिश की वजह से सदन की कार्यवाही शुरू होने में थोड़ी देरी हुई। सत्र के शुरू होते ही विधानसभा को 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। शोक प्रस्ताव के बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित किया गया था। 1 बजे कार्यवाही शुरू होते ही गहलोत सरकार में कानून और संसदीय कार्य मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने विश्वास प्रस्ताव पेश किया। सचिन पायलट ने सदन में अपने भाषण की शुरूआत करते हुए कहा, 'मुझे विपक्ष के पास इसलिए बिठाया गया, क्योंकि सीमा पर सबसे ताकतवर योद्धा को भेजा जाता है।'
सचिन पायलट ने अपनी सीट में हुए बदलाव के बारे में बोलते हुए कहा, 'इस सरहद पर कितनी भी गोलीबारी हो, मैं कवच और भाला लेकर सरकार को बचाने के लिए खड़ा हूं। मुझे सरहद पर बिठाया गया है, सरहद पर सबसे मजबूत योद्धा को भेजा जाता है।' पायलट ने सदन में भाजपा के उप-नेता राजेंद्र राठौड़ को उनके भाषण के बीच में रोककर यह बात कही। बता दें कि विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही गहलोत सरकार ने विश्वास प्रस्ताव पेश किया। संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने इस दौरान कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यहां (राजस्थान) भाजपा को छठी का दूध याद दिला दिया।
मंत्री ने कहा, यहां हमने गोवा और मध्य प्रदेश नहीं बनने दिया। इतना ही नहीं, गहलोत सरकार के मंत्री शांति धारीवाल ने राज्यपाल कलराज मिश्र को रबर स्टैंप तक बता डाला।
राजस्थान विधानसभा में सत्र के पहले दिन 4 भाजपा और 4 कांग्रेस विधायक विश्वास प्रस्ताव पर बोलेंगे। भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'तू इधर-उधर की बात न कर, ये बता कि काफिला कहां लुटा। 35 दिन पूरी सरकार बाड़े में बंद थी। कांग्रेस में नेताओं में एक दूसरे के प्रति संदेह है। कल कुछ टूटे दिल मिले। ये तूफान से पहले की शांति राजस्थान को कहां ले जाएगी।'