चंडीगढ़/नई दिल्ली: न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी को लेकर कानून बनाने समेत विभिन्न मांगों के लिए पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों ने राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की जवानों के साथ झड़प भी हुई। जिसमें कई घायल भी हुए। सड़कों पर प्रदर्शनकारियों के आंदोलन के चलते आम लोगों को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान संगठनों के आंदोलन की वजह से आज सीमाओं पर अच्छा-खासा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सीमाओं पर बैरिकेडिंग की गई। लेकिन किसानों ने उन्हें भी तहस-नहस कर दिया। पुलिस और किसानों के बीच हुई इस झड़प में कई घायल हुए।
हरियाणा के सात जिलों में 15 तारीख रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद करने का फैसला लिया गया है। ये फैसला किसानों के आंदोलन की उग्रता कम करने के लिए लिया गया है। इसके साथ ही हरियाणा के इन सात ज़िलों में धारा 144 भी लगा दी गई है।
हरियाणा पुलिस ने एक्स पर किया पोस्ट
हरियाणा पुलिस ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि प्रदर्शनकारियों ने शंभू बॉर्डर पर बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया है। स्थिति को काबू में करने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया।
राजनीतिक दलों को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा आंदोलन
किसानों के मार्च पर राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि चुनाव नजदीक आने पर आंदोलन किया जा रहा है। इसका मतलब है कि इसमें विपक्षी दल शामिल हैं। यह मार्च किसानों के लिए नहीं बल्कि राजनीतिक दलों को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है।
केंद्र को किसानों के साथ करनी चहिए चर्चा
किसानों के मार्च पर हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा का कहना है कि जहां तक किसानों की मांगों का सवाल है, केंद्र सरकार को तुरंत किसानों के साथ चर्चा करनी चाहिए और जो वे कह रहे हैं उस पर सहमत होना चाहिए।
किसानों की मांग बैठ है: कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा
किसानों के मार्च पर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा का कहना है कि सरकार को किसानों के साथ हुए समझौते का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों की एमएसपी की मांग वैध है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दी प्रतिक्रिया
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि आज किसान दिल्ली की ओर मार्च कर रहे हैं। उन्हें रोका जा रहा है, उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं...वे क्या कह रहे हैं? वे सिर्फ अपनी मेहनत का फल मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है।
एमएसपी मांग का हम समर्थन करते हैं: गुरनाम सिंह चढूनी
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि किसानों की एमएसपी की मांग का हम समर्थन करते हैं। एमएसपी मिलना चाहिए, लेकिन देश के सभी संगठनों से मीटिंग कर रणनीति बना फिर कोई कॉल देनी चाहिए थी। सरकार व प्रशासन किसानों पर बल प्रयोग ना करे।