कुरुक्षेत्र (हरियाणा): कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि उनके नेतृत्व में जारी ‘भारत जोड़ो यात्रा'को देश में हर जगह लोगों की शानदार प्रतिक्रिया मिली है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी पदयात्रा भय और नफरत के खिलाफ है, जो समाज में फैलाई जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह यात्रा बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ भी है।
राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा का एक मकसद यह भी है कि लोग देश की वास्तविक आवाज को सुनें। कुरुक्षेत्र के नजदीक समाना में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भारत जोड़ो यात्रा को हर जगह शानदार प्रतिक्रिया मिली है।''
तमिलनाडु के कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकाली गई यह यात्रा इस समय हरियाणा से गुजर रही है। इस बारे में पूछे जाने पर गांधी ने कहा कि उन्होंने इस यात्रा के दौरान बहुत कुछ सीखा है। उन्होंने कहा, ‘‘देश के दिल में क्या है वह सीधे तौर पर लोगों से संवाद कर सुनने को मिला। यात्रा को हरियाणा में बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। यह प्रतिक्रिया ऊर्जा और उत्साह से लवरेज है।''
यात्रा के आलोचकों पर हमला करते हुए गांधी ने कहा कि जब इसकी शुरुआत हुई थी ‘‘ तब लोगों ने कहा था कि जो प्रतिक्रिया केरल में मिली, वैसी प्रतिक्रिया कर्नाटक में नहीं मिलेगी, जहां पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शासन है, लेकिन हमें उससे (केरल) भी अच्छी प्रतिक्रिया वहां (कर्नाटक) मिली। फिर जब यात्रा महाराष्ट्र पहुंची तो लोगों ने कहा कि जिस तरह का उत्साह दक्षिण भारत में देखने को मिला वह इस पश्चिमी राज्य में नहीं देखने को मिलेगा। जब हम महाराष्ट्र पहुंचे तो दक्षिण से भी बेहतर प्रतिक्रिया मिली।''
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘तब कहा गया कि यात्रा जब हिंदी भाषी क्षेत्रों से गुजरेगी तब लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिलेगी, लेकिन मध्य प्रदेश में पहले से भी अच्छा माहौल मिला। जब हम हरियाणा पहुंचे तो कहा गया कि यह भाजपा शासित राज्य है, लेकिन यहां मिली प्रतिक्रिया शानदार रही। हम जैसे-जैसे बढ़ रहे हैं, लोगों का समर्थन बढ़ रहा है।''
एक सवाल के जवाब में गांधी ने कहा, ‘‘भारत की आवाज को दबाया जा रहा है और नफरत व भय फैलाया जा रहा है। एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ, एक धर्म को दूसरे धर्म के खिलाफ किया जा रहा है और यह यात्रा इसके खिलाफ है।'' उन्होंने कहा कि इस यात्रा के अन्य उद्देश्यों को जो हम देख रहे हैं, वह ‘तपस्या' की तरह है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम अपने देश से, लोगों से, किसानों से और गरीबों से प्यार करते हैं और हम उनके साथ चलना चाहते हैं। इसलिए इस यात्रा का उद्देश्य इस देश के लोगों की वास्तविक आवाज को भी सुनना है।''
उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक असमानता है और धन, मीडिया और अन्य संस्थानों को कुछ लोगों द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है। गांधी ने कहा कि यह यात्रा बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ है।