नई दिल्ली: देशभर में पिछले कुछ समय से लगातार पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है। मध्य प्रदेश, राजस्थान के कई जिलों में पेट्रोल की कीमतें सौ रुपये प्रति लीटर को पार कर गई हैं। बढ़ती कीमतों पर विपक्ष सरकार को घेर रहा है तो वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इसे बहुत अधिक वृद्धि नहीं मानते हैं। मुख्यमंत्री खट्टर ने रविवार को कहा कि तेल की कीमतों में पिछले 4-5 वर्षों में लगभग 10%-15% की वृद्धि हुई। कुल मिलाकर, यह बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन सरकार इस पर नजर रख रही है।
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि इससे जो भी रेवन्यू सरकार द्वारा एकत्रित किया जाता है, वह आखिरकार लोगों के इस्तेमाल पर ही खर्च होता है। अन्य राज्यों के मुकाबले तेल पर लगने वाला वैट हरियाणा में काफी कम है। बता दें कि पेट्रोल-डीजल पर केंद्र सरकार के अलावा, राज्य सरकारें भी टैक्स लगाती हैं। विभिन्न राज्यों में ये टैक्स दरें अलग-अलग हैं। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच विपक्ष लगातार सरकार के खिलाफ हमलावर है।
रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कीमतों को कम किए जाने की मांग की है। उन्होंने अपने पत्र के जरिए से आरोप लगाया कि सरकार लोगों के कष्ट और पीड़ा दूर करने के बजाए उनकी तकलीफ बढ़ाकर मुनाफाखोरी कर रही है। वहीं, दूसरी ओर पश्चिम बंगाल सरकार ने रविवार को पेट्रोल और डीजल पर कर में एक रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की जो कि मध्यरात्रि से प्रभावी होगी। राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने कहा कि इस कदम से लोगों को ईंधन की कीमतों में वृद्धि से कुछ राहत मिलेगी।
बता दें कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से आग लगी हुई है। हालांकि, आज कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई, लेकिन पिछले कई दिनों तक लगातार दाम बढ़ाए गए। दिल्ली में अभी पेट्रोल 90.58 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है, जबकि डीजल के भाव 80.97 रुपये प्रति लीटर है।