हांसी (हिसार): हिसार के डाटा गांव निवासी राममेहर ने करीब डेढ़-दो करोड़ रुपये के कर्ज से मुक्ति पाने के लिए अपनी ही मौत की साजिश रच डाली। इसके लिए उसने अपने ही गांव के बावरिया जाति के 28 वर्षीय रमलू को मोहरा बनाया और उसे शराब पिलाकर नशे में धुत्त करके बेहोश कर दिया फिर उसका गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। उसके बाद राममेहर ने उसे गाड़ी में बैठाकर डीजल छिड़ककर गाड़ी को आग लगा दी, जिसमें रमलू भी जल गया। यह खुलासा हांसी के एसपी लोकेंद्र सिंह ने शनिवार शाम को आयोजित पत्रकारवार्ता में किया।
एसपी ने कहा कि गाड़ी में शव रमलू का होने की बात राममेहर ने कुबूल की है लेकिन पुलिस स्वयं इस बात की जांच करेगी कि वह रमलू का ही शव था। इसके लिए डीएनए टेस्ट के लिए पहले ही शव की हड्डियों को लैब में भेजा जा चुका है। एसपी ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में राममेहर ने कहा कि लॉकडाउन के कारण फैक्ट्री में घाटा हुआ और वह डेढ़-दो करोड़ रुपये का कर्ज होने से परेशान हो चुका था।
इसके चलते उसने पहले आत्महत्या करने की सोची थी लेकिन फिर इस तरह मौत का ड्रामा रचा और बीमे की रकम से कर्ज उतारने तथा अपनी नई जिंदगी शुरू करने की साजिश रची। इससे पहले पुलिस शुक्रवार देर रात राममेहर को छत्तीसगढ़ से लेकर हांसी पहुंची। शनिवार दोपहर को उसे अदालत में पेश कर सात दिन का रिमांड हासिल किया गया।
इस तरह की रमलू की हत्या
बताया जा रहा है कि रमलू शराब का आदी था। राममेहर ने अपने गांव जाकर रमलू को शराब पिलाने का लालच देकर बुलाया। पहले उन्होंने गांव में ही शराब पी। उसके बाद शराब ठेके पर जाकर भी शराब पिलाई। इसके बाद घटनास्थल पर जाकर भी रमलू को शराब पिलाकर उसे पूरी तरह नशे में धुत्त कर दिया। जब वह नशे में बेहोश हो गया तो उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद गाड़ी से डीजल निकालकर रमलू और गाड़ी पर छिड़कर कर आग लगा दी।
कई माह पहले बना ली थी योजना
हांसी के एसपी लोकेंद्र सिंह कहा, राममेहर ने कई माह पहले ही यह योजना बना ली थी। इसके चलते जुलाई में बीमा करवाया। कर्ज से छुटकारा पाने के लिए खुद की मौत की साजिश रच बीमा राशि लेने की योजना बनाई। गाड़ी में जो शव बरामद हुआ है, राममेहर ने उसे रमलू का बताया है, जिसकी उसने हत्या करके जलाया था लेकिन डीएनए रिपोर्ट आने के बाद इसकी पुष्टि होगी।