चंडीगढ़: हरियाणा में कृषि अध्यादेशों पर अपने-अपने तर्कों के साथ सरकार और किसान आमने-सामने हैं। हरियाणा के कई जिलों में किसान कृषि विधेयकों के खिलाफ सड़क में उतर आए हैं। भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) हरियाणा ने आज प्रदेश भर में तीन घंटे रोड जाम आंदोलन का आह्वान किया है। प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी और प्रवक्ता राकेश बैंस ने दावा किया है कि इस आंदोलन में 17 किसान यूनियनों का उन्हें समर्थन प्राप्त है।
उधर हरियाणा सरकार ने भी किसानों से आंदोलन की राह छोड़कर बातचीत का ऑफर रखा। मगर किसान फिलहाल आंदोलन के लिए कमर कसे हुए हैं।
कई जगहों पर किसानों ने किया जाम
चरखी-दादरी जिले में किसानों ने कनीना रोड को जाम कर दिया है। वहीं कैथल जिले में भी किसान बड़ी संख्या में सड़क पर उतर आए हैं। यहां किसानों ने हिसार-चंडीगढ़ रोड को जाम कर दिया है। फतेहाबाद के भूना में कृषि विधेयकों के खिलाफ आढ़ती बड़ी संख्या में अनाजमंडी में जुट गए हैं।
रोहतक-पानीपत राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैठे किसान
रोहतक में किसान रोहतक-पानीपत राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैठ गए। जिन्हें समझा कर जाम न लगाने का पुलिस आग्रह कर रही है। इस दौरान भारी पुलिसबल भी मुस्तैद है। 1300 पुलिसकर्मी सड़क पर उतारे गए हैं,
जिनमें, 800 पुलिसकर्मी शहर में व 500 पुलिसकर्मी शहर के आउटर एरिया में तैनात है। पुलिस ने चयनित 18 जगहों पर नाकाबंदी की है। महिला थाना प्रभारी समेत सभी 16 थाना प्रभारी/चौकी इंचार्ज/तीनों सीआईए यूनिट गश्त पर हैं। इसमें अलावा पुलिस की कई विशेष टीम आपातकालीन स्थिति से निपटने को पुलिस लाइन में तैयार है।
झज्जर में किसानों की बैठक
झज्जर जिला के बेरी की अनाज मंडी में किसानों की बैठक चल रही है। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष राजेश झामरी, आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र, अखिल भारतीय किसान सभा के जिला प्रधान सतनारायण, बेरी अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन, सर छोटू राम मिशन के अध्यक्ष सत्यवान, धरना स्थल पर पहुंच गए हैं और किसानों को संबोधित कर रहे हैं।
फतेहाबाद में किसानों का रोष मार्च शुरू
केंद्र सरकार के तीन कृषि विधेयकों के विरोध में टोहाना खण्ड के गांव समैन व कन्हड़ी के किसानों के राष्ट्रीय राजमार्ग 148-बी पर जाम लगा दिया है। कृषि क्षेत्र में लाये गए कानूनों का किसान कर रहे है विरोध। गांव कन्हड़ी में किसान बेद सिंह, राममेहर नैन, प्रेम सिंह की अगवाई में किसानों ने किया सरकार के खिलाफ प्रदर्शन। वहीं गांव समैन में पूर्व जिला परिषद चेयरमेन बलबीर सिंह बल्ली, पूर्व सरपंच प्रतिनधि कुला राम, जोगिंदर गिल, शेरा गिल, संजीव कुमार की अगुवाई में किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव के बस स्टैंड के पास सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन। पूर्व जिप चेयरमैन बलबीर सिंह गिल ने कहा कि केंद्र सरकार के तीनो विधेयक किसान विरोधी है। सरकार को इन्हें वापस लेना चाहिए।
रेवाड़ी में किसानों ने प्रतियां जलाकर जताया विरोध
जैनाबाद में किसान खेत मजदूर संगठन ने सुबह किसान नेता रामकुमार व विजय सिंह के नेतृत्व में किसानों ने पर्दशन करते हुए प्रदेश सरकार विरोधी नारे लगाए और अध्यादेश की प्रतियां जलाई। किसान नेता रामकुमार ने बताया की सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है। नए-नए अध्यादेश लाकर किसानों को गुमराह कर रही है।
हिसार में भी धरना शुरू, भारी पुलिस तैनात
केंद्र सरकार के तीन कृषि विधेयकों के खिलाफ भारतीय किसान संघर्ष समिति ने मय्यड़ में टेंट लगाकर धरना शुरू कर दिया है। हालांकि धरने पर अभी गिने-चुने किसान ही एकत्रित हैं। किसानों के धरने को देखते हुए मौके पर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात है। इसके अलावा सरसौद में किसानों के रोड जाम की चेतावनी को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती की गई है। अग्रोहा में किसान संघर्ष समिति के सदस्यों ने सरकार के पुतले की शव यात्रा निकाली। वहीं नारनौंद में जींद-हांसी और बास में जींद-भिवानी रोड किसानों ने जाम कर दी है। वही धरनास्थल पर किसानों ने बातचीत करने एसडीएम राजेंद्र सिंह भी पहुंच गए हैं।
भिवानी में जलाई प्रतियां
भिवानी के कई गांवों में किसानों ने कृषि विधेयकों की प्रतियां जलाई। मतानी, बिधवान ,कलाली व नलोई में विधेयक की प्रतियां जलाई गईं।
सिरसा में राष्ट्रीय राजमार्ग जाम
सिरसा में किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-10 को जाम कर दिया है। यहां पर भी पुलिस बल को बड़ी तादाद में तैनात किया गया है। सिरसा में धरने पर एक कार्यकर्ता भाजपा का बैंड हाथ में पहने हुए था। किसानों ने उसे बाहर निकाल दिया।
अंबाला में भारी पुलिसबल तैनात
हरियाणा और पंजाब में किसान कृषि विधेयकों का विरोध कर रहे हैं। किसानों के विरोध के मद्देनजर हरियाणा के अंबाला में पुलिस बल मुस्तैद है। अंबाला के सदोपुर सीमा पर भारी पुलिसबल को तैनात किया गया है। अंबाला के एसपी अभिषेक जोरवाल ने कहा कि 'यहां जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है, क्योंकि भारतीय किसान यूनियन ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। हमारे पास यहां पर्याप्त संख्या में बल मौजूद हैं।'
वहीं अंबाला रेंज के आईजी वाई पूरन कुमार ने कहा कि हरियाणा में 16-17 किसान संघों ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। इस दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति हर कीमत पर बनी रहेगी।
विपक्षी दलों ने किसानों को अपने राजनीतिक लाभ के लिए गुमराह किया है। पीएम ने किसानों को एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) का आश्वासन दिया है। किसान कहीं भी अपनी उपज का स्वतंत्र रूप से व्यापार कर सकेंगे। महामारी के दौरान सड़कों को अवरुद्ध करना सही नहीं है। अनिल विज, गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री, हरियाणा।
गृह सचिव ने किया जिलों के डीसी, एसपी को अलर्ट
किसानों के प्रदर्शनों को लेकर हरियाणा गृह सचिव ने भी सभी जिलों के डीसी व एसपी को अलर्ट घोषित कर दिया है। इस संदर्भ में गृह सचिव ने सभी जिलों के डीसी और एसपी को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि सभी डीसी, एसएसपी, एसपी इस रोड जाम करने का आह्वान करने वाले लोगों तक पहुंचे और शांतिपूर्ण धरने के लिए मनाएं। यदि हाईवे जाम होते हैं तो दूसरे विकल्प एक रास्तों पर ट्रैफिक को तुरंत मूव किया जाए। यदि कोई अधिकारी जिलों से बाहर हैं तो सभी जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारी अपने जिलों में रिपोर्ट करें। कोई अफसर रविवार को छुट्टी पर नहीं रहेगा।
अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदर्शनकारियों के साथ विनम्रता और धैर्य से पेश आया जाए। हालांकि, प्रदर्शनकारियों को कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। 20 सितंबर को किसी भी तरह की सहायता की आवश्यकता पड़ती है। तो इसके लिए गृह सचिव के नियंत्रण कक्ष (0172-2711925) पर संपर्क किया जा सकता है।