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चंडीगढ़: दिल्ली के बाहरी इलाके में स्थित कॉरपोरेट केन्द्र गुड़गांव अब गुरुग्राम के नाम से जाना जाएगा जबकि मेवात जिले का नाम बदल कर नूह करने का निर्णय किया गया है। यह निर्णय मनोहर लाल खट्टर सरकार द्वारा लिया गया है। सरकार ने आज दावा किया कि उस इलाके के लोग यह मांग कर रहे थे। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि कई मंचों से गुड़गांव का नाम बदल कर गुरुग्राम करने संबंधी प्राप्त अभ्यावेदनों के आधार पर गुड़गांव का नाम बदल कर गुरुगांव करने का निर्णय लिया गया। प्रवक्ता ने कहा, हरियाणा भगवदगीता की एक ऐतिहासिक भूमि है और गुड़गांव अध्ययन का एक केन्द्र रहा है। उन्होंने तर्क दिया, गुरू द्रोणाचार्य के समय से इसे गुरुगांव के रूप में जाना जाता था। यह शिक्षा का एक प्रमुख केन्द्र रहा है जहां पर राजकुमारों को शिक्षा दी जाती थी। ऐसे में, इलाके के लोग लंबे समय से गुड़गांव का नाम बदल कर गुरुग्राम करने की मांग कर रहे थे। सरकार ने मेवात जिले का नाम बदल कर नूह करने का भी निर्णय लिया है।

प्रवक्ता ने बताया कि वास्तव में मेवात एक भौगोलिक और सांस्कृतिक इकाई है न कि एक शहर। यह हरियाणा से बाहर पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक फैला हुआ है। उन्होंने बताया कि मेवात जिले का मुख्यालय नूह शहर है। इलाके के लोग और निर्वाचित प्रतिनिधि मेवात का नाम बदल कर नूह करने की मांग कर रहे थे।

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