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गुड़गांव: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज न्यायमूर्ति एस.एन. धींगरा जांच आयोग के सामने पेश नहीं हो पाए जो स्काईलाइट हास्पिटैलिटी और डीएलएफ समेत सैकड़ों निजी कंपनियों को वाणिज्यिक जमीन लाइसेंस दिये जाने की जांच कर रहा है। हुड्डा को 25 मार्च को आयोग के सामने पेश होना था लेकिन उनके बजाय उनके वकील नरेंद्र हुड्डा पेश हुए। पूर्व मुख्यमंत्री के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल को जिस आधार पर नोटिस भेजा गया है, उसका उल्लेख करते हुए उन्हें (उनके मुवक्किल को) कोई दस्तावेज नहीं भेजा गया। धींगरा ने इस रूख को अस्वीकार कर दिया। धींगरा ने कहा, ‘पैनल के सामने सभी को अपना पक्ष रखने देने का मौका देना मेरी जिम्मेदारी है। मैं पहले ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अपना बयान दर्ज करने के लिए दो तारीखें 21 मार्च और 25 मार्च को दे चुका हूं।’

उन्होंने कहा, ‘आयोग द्वारा उन्हें नोटिस भेजे जाने के बाद हमारे पास उनकी ओर से कोई स्थगन आदेश नहीं आया जिसमें उन्होंने जांच आयोग के सामने नहीं आने का कोई आधार बताया गया हो।’

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