नई दिल्ली: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने छापेमारी के दौरान मिले 350 करोड़ से अधिक कैश के मामले में पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ये मेरा पैसा नहीं है और इससे कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने आयकर विभाग (आईटी) की छापेमारी को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा, ''जो पैसा बरामद हुआ है, उसमें कांग्रेस या अन्य किसी भी विपक्षी दल का कोई पैसा नहीं है। उनको बेवजह बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।''
350 करोड़ से अधिक कैश बरामदी मामले में धीरज साहू
धीरज साहू ने कहा, ''इस पैसे से मेरा कोई लेना देना नहीं है। यह मेरे परिवार का पैसा है। हमारा परिवार बहुत बड़ा है, तो यह पैसा उन लोगों का है। अभी इनकम टैक्स की तरफ से ऐसा नहीं कहा गया है की यह पैसा गैरकानूनी है। ऐसे में इस पैसे के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी।''
दरअसल, आईटी ने धीरज साहू के परिवार के स्वामित्व वाले ओडिशा की शराब कंपनी के खिलाफ अपनी कार्रवाई के तहत रांची में उनके आवास में छापेमारी की थी।
जिस जगह आईटी ने रेड की थी वह साहू का संयुक्त पारिवारिक आवास है। इसमें 350 करोड़ रुपये से ज्यादा आईटी ने बरामद किए हैं।
पैसा मेरी फर्म का है: धीरज साहू
धीरज साहू ने कहा, "आज जो हो रहा है वह मुझे दुखी करता है। मैं स्वीकार कर सकता हूं कि जो पैसा बरामद किया गया है वह मेरी फर्म का है। जो नकदी बरामद की गई है वह मेरी शराब फर्मों से संबंधित है। पैसा मेरा नहीं है, यह मेरे परिवार और अन्य संबंधित फर्मों का है। आईटी ने अभी छापा मारा है। मैं हर चीज का हिसाब दूंगा।''
पीएम मोदी ने साधा था निशाना
इस छापेमारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रतिक्रिया दी थी और कांग्रेस को निशाने पर लिया था। पीएम मोदी ने एक्स पर कहा था, ''देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के 'भाषणों' को सुनें.... जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।''
मामला क्या है?
आयकर विभाग ने भुवनेश्वर मुख्यालय वाली कंपनी बौद्ध डिस्टिलियरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) को लेकर ये छापेमारी की थी। कथित तौर पर आईटी ने कंपनी के कथित कर चोरी को लेकर कार्रवाई शुरू की थी। इस कंपनी का प्रमोटर साहू का परिवार है।