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हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम बजट 2016 पेश करते हुए करदाताओं को कर में राहत प्रदान की है। वित्त मंत्री ने दो करोड़ लोगों को पांच लाख रुपए की आय पर 3 हजार की छूट देने की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने अमीरों की आय पर लगने वाले सरचार्ज को बढ़ा दिया है। एक करोड़ से ज्यादा आय वाले लोगों पर सरचार्ज 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया गया है। जबकि छोटे टैक्स पेयर्स को टैक्स में छूट देने का प्रस्ताव किया गया है। हालांकि, वित्त मंत्री ने इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है। इनकम टैक्स स्लैब पहले की तरह यथावत रहेगा। पांच लाख की आय पर एचआरए में छूट 24000 रुपए से बढ़ाकर 60000 तक की गई है। वित्त मंत्री ने इपीएफ के लिए 1000 करोड़ रुपये का फंड उपलब्ध कराने का प्रस्ताव किया है। जेटली ने बजट में मध्यमवर्गीय परिवारों का ख्याल रखा है। पहली बार खरीदने वाले लोगों के लिए 35 लाख के लोन पर हर साल 50 हजार रुपए अतिरिक्त ब्याज की छूट दी है। यह लाभ उन्हीं को मिलेगा जिनके घर की कीमत 50 लाख रुपए से अधिक न हो। जबकि सलाना पांच लाख रुपए की कमाई करने वाले लोगों के लिए वित्त मंत्री ने कर में छूट दी है।

नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच सोमवार को वित्त वर्ष 2016-17 का आम बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने इस बार के बजट में आम लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए कई महत्‍वपूर्ण घोषणाएं की हैं। बजट में कौन-कौन सी प्रमुख घोषणाएं की गई हैं, नीचे दी गई हैं। 

दस सरकारी विश्वविद्यालय तथा दस निजी विश्वविद्यालयों को विश्व स्तरीय बनाया जाएगा ।

उच्च शिक्षा के लिए एक हजार करोड रूपये की लागत से वित्तीय एजेंसी का गठन।

नई दिल्ली: देशद्रोह के आरोपी जेएनयू के छह छात्रों में से एक ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को लिखे एक खुले पत्र में कहा है कि वह एक 'बच्चा' नहीं है, बल्कि उनका राजनीतिक विरोधी है। संसद में स्मृति ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित शोधार्थी रोहित वेमुला के लिए 'बच्चा' शब्द का उपयोग किया था। रोहित ने संस्थान के छात्रावास में अपने कक्ष में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। अनंत प्रकाश ने खुले पत्र में कहा है, 'मैंने संसद में दिया गया आपका भाषण सुना। मैं आपको यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह पत्र एक बच्चे की ओर से 'मां स्वरूप' मंत्री को नहीं, बल्कि एक राजनीतिक व्यक्ति की ओर से दूसरे राजनीतिक व्यक्ति को है।' उन्होंने आगे कहा है, 'मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं किसी व्यक्ति की गुणवत्ता को उसकी शैक्षिक योग्यता से नहीं आंकता। बल्कि मैं तो गुणवत्ता की अवधारणा को खारिज करता हूं।' अनंत प्रकाश ने कहा कि मंत्री अपनी पहचान एक महिला के तौर पर बताती हैं, लेकिन वह वेमुला की मां के साथ खड़ी होने में नाकाम रहीं। 'वेमुला की मां एक दलित महिला हैं और पितृसत्तात्मक समाज में उन्होंने अपने बच्चों को बड़ा किया तथा उन्हें पहचान दी। लेकिन आपकी सरकार क्यों उनके बच्चों के साथ उनके पिता की पहचान जोड़ती है।'

नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली सोमवार को अपना तीसरा चुनौतीपूर्ण बजट पेश करेंगे। माना जा रहा है कि वित्त मंत्री के सामने कृषि और उद्योग जगत की जरूरतों के बीच संतुलन बैठाने की कड़ी चुनौती होगी। इसके अलावा वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच सार्वजनिक खर्च के लिए संसाधन जुटाना भी इस बार के बजट में एक अहम बिंदू होगा। आयकर के मोर्चे पर बजट में संभवत: टैक्स स्लैब में कुछ बदलाव नहीं होंगे, जबकि इसमें कर छूट में बदलाव हो सकते हैं। एक के बाद एक सूखे की वजह से ग्रामीण क्षेत्र दबाव में है। इसकी वजह से वित्त मंत्री पर सामाजिक योजनाओं में अधिक खर्च करने का दबाव है। साथ ही उनको विदेशी निवेशकों का भरोसा भी जीतना होगा जो तेज सुधारों की मांग कर रहे हैं। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के क्रियान्वयन से सरकार पर 1.02 लाख करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा। इस वजह से भी वित्त मंत्री के लिए दिक्कतें बढ़ी हैं। यह देखने वाली बात होगी कि अगले साल के लिए राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को जीडीपी के 3.5 प्रतिशत पर रखने के पूर्व में घोषित लक्ष्य से समझौता किए बिना वह इसे कैसे कर पाएंगें।  माना जा रहा है कि जेटली कॉरपोरेट कर की दरों को चार साल में 30 से 25 प्रतिशत करने के अपने साल के वादे को पूरा करने के लिए भी कुछ कदम उठाएंगे।

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