नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच सोमवार को वित्त वर्ष 2016-17 का आम बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने इस बार के बजट में आम लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। बजट में कौन-कौन सी प्रमुख घोषणाएं की गई हैं, नीचे दी गई हैं।
दस सरकारी विश्वविद्यालय तथा दस निजी विश्वविद्यालयों को विश्व स्तरीय बनाया जाएगा ।
उच्च शिक्षा के लिए एक हजार करोड रूपये की लागत से वित्तीय एजेंसी का गठन।
सड़क निर्माण में एक लाख करोड़ रुपए का निवेश राष्ट्रीय राज मार्गो के लिए 55000 करोड का आवंटन ।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत देश भर में 1500 बहुकौशल प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना के लिए 1700 करोड़ रूपये का प्रावधान के अगले तीन वर्ष में एक करोड युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण देने का लक्ष्य ।
तीन वर्षों में एक करोड़ युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जायेगा। 75 लाख परिवारों ने रसोई गैस सब्सिडी छोड़ी ।
प्रति परिवार एक लाख रपये का बीमा कवर प्रदान करने के लिए एक नई स्वास्थ्य सुरक्षा योजना, 60 साल से उपर के लोगों को इस योजना में 30,000 रपये का अतिरिक्त लाभ।
शॉपिंग मॉल्स अब सप्ताह में सातों दिन खुलेंगे। कौशल विकास कार्यक्रम के तहत युवाआें को प्रशिक्षण देने के लिए 1,500 बहु कौशल प्रशिक्षण संस्थान खोले जाएंगे।
कर्मचारी पेंशन कोष में सरकार 8.33 प्रतिशत का योगदान करेगी।
एनएचएआई, आरईसी और नाबार्ड अगले वित्त वर्ष में पूंजी बाजार से 31,300 करोड़ रपये जुटाएंगे।
ग्रामीण विकास के लिए 87,765 करोड़ रपये का आवंटन ग्रामीण विकास के लिए 87,765 करोड़ रपये का आवंटन उच्चस्तरीय दवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत 3,500 मेडिकर स्टोर खोले जाएंगे।
ग्राम पंचायत और शहरी निकायों की 2.87 लाख करोड रूपये का अनुदान ।
एक मई 2018 तक शत प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य ।
1.5 करोड गरीब परिवारों को एलपीजी कनेक्शन देने के लिए 2000 करोड़ रूपये का आवंटन।
देश भर में सस्ती डायलिसि सुविधा वाले राष्ट्रीय डायलिसि कार्यक्रम की शुरूआत ।
इसमें काम आने वाले उपकरणों पर सभी करों की छूट।
एक लाख रुपये प्रति वर्ष गंभीर रोगों की दवा में 1.3 लाख रुपये प्रतिवर्ष की राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना