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गौतम अडानी पर रिश्वत देने, धोखाधड़ी के आरोप, यूएस में मामला दर्ज

नई दिल्ली: गौतम अडानी की अडानी समूह की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ सकती है। भारत में शेयर बाजार के रेग्यूलेटर सेबी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पहले से ही अडानी समूह के खिलाफ जांच कर रही है। शार्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के सामने आने के बाद अमेरिकी एजेंसियां इस बात का पता लगाने में जुटी है कि अडानी समूह में निवेश करने वाले अमेरिकी निवेशकों को समूह ने डिस्क्लोजर में क्या जानकारियां साझा की है। हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर विदेशी कंपनियों के जरिए समूह की कंपनियों के शेयरों के भाव में हेरफेर का आरोप लगाया था।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, ब्रूकलिन, न्यूयॉर्क स्थित यूएस अटॉर्नी ऑफिस ने हाल के महीने में अडानी समूह के शेयरों में बड़ी मात्रा में निवेशित संस्थागत निवेशकों से जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है। इन संस्थागत निवेशकों से ये पूछा गया है कि अडानी समूह ने निवेशकों को डिस्क्लोजर में क्या जानकारियां दी है। अमेरिका की सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन भी इसी तर्ज पर जांच कर रही है। हालांकि इस जांच का मतलब ये नहीं है कि किसी प्रकार का सिविल या क्रिमिनल मुकदमा दायर कर कार्रवाई शुरू की जाएगी।

नई दिल्ली: इंडिगो नाम से निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी एयरलाइंस ऑपरेटर इंटरग्लोब एविएशन 500 नए एयरबस ए-320 फैमिली एयरक्रॉफ्ट खरीदने जा रही है। किसी भी भारतीय एयरलाइंस द्वारा एक साथ दिया जाने वाले सबसे ज्यादा विमानों का ये ऑर्डर है। विमानों की डिलिवरी 2020 से 2035 के बीच किए जाने की उम्मीद है।

इंडिगो ने 500 नए एयरबस ए-320 विमानों का ऑर्डर दिया है। एयरबस के साथ इतनी बड़ी संख्या में एक साथ इतने विमान खरीदने के लिए डील करने वाली इंडिगो दुनिया की पहली एयरलाइंस है। भारत से इसी वर्ष इतनी संख्या में विमानों का ऑर्डर देने का दूसरा मामला है। इसी वर्ष टाटा समूह की स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने इससे पहले एयरबस और बोइंग के साथ 470 नए विमान खरीदने के लिए डील का एलान किया था।

एयरबस के साथ 500 नए ए-320 विमानों का खरीदने के लिए ऑर्डर के ऐतिहासिक पर्चेज एग्रीमेंट पर इंडिगो के प्रमोटर और एमडी राहुल भाटिया, इंडिगो के सीईओ पीटर्स एलबर्स और एयरबस के सीईओ गुइलॉमे फौरी ने पेरिस एयर शो 2023 के दौरान हस्ताक्षर किए।

नई दिल्ली: मार्केट रेगुलेटर सेबी ने सोमवार को जारी एक अंतरिम आदेश में एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज (ज़ीएल) के सीईओ पुनीत गोयनका पर किसी लिस्टेड कंपनी या उसकी सब्सिडियरी में डायरेक्टर या प्रमुख प्रबंधकीय पद पर रहने पर रोक लगा दी है। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने लिस्टेड कंपनी जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज (ज़ीएल) और एस्सेल ग्रुप की दूसरी लिस्टेड कंपनियों से अपने फायदे के लिए फंड्स की हेराफेरी की है।

मार्केट रेगुलेटर ने अपने आदेश में ये भी कहा कि जी एंटरटेनमेंट को ये ऑर्डर 7 दिनों के अंदर अपने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के सामने रखना चाहिए। इसके साथ ही सेबी ने ये भी जोड़ा है कि अगर सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका को इस आदेश पर अपना जवाब या आपत्ति दर्ज करानी है, तो वो 21 दिनों के अंदर ये दाखिल कर सकते हैं। 16 पन्ने के अपने आदेश में सेबी ने बताया कि 2019 में जी एंटरटेनमेंट के 2 स्वतंत्र डायरेक्टर्स ने ये आरोप लगाते हुए बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था कि जी एंटरटेनमेंट के एक फिक्स्ड डिपॉजिट का इस्तेमाल गलत तरीके से एस्सेल ग्रुप की दूसरी कंपनियों के लोन को चुकाने में किया गया।

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चीनी स्मार्ट फोन कंपनी शाओमी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पर अपना शिकंजा कस लिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 के प्रावधानों के तहत शाओमी टेक्नोलाजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बैंक खाते में जमा 5551.27 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं।

आपको बता दें कि शाओमी इंडिया चीन की शाओमी समूह की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। प्रवर्तन निदेशालय ने कंपनी के बैंक खातों पर कार्रवाई करते हुए खाते में पड़े 5551.27 करोड़ रुपयों की राशि को जब्त कर लिया है। शाओमी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की ईडी द्वारा जब्त की गई यह धनराशि कंपनी के बैंक खातों में पड़ी थी। प्रवर्तन निदेशालय ने इस साल फरवरी के महीने में कंपनी द्वारा किए गए अवैध रेमिटेंसेज के संबंध में जांच शुरू की थी।

ईडी ने बताया, "कंपनी ने तीन विदेशी-आधारित संस्थाओं को 5551.27 करोड़ रुपये के बराबर विदेशी मुद्रा भेजी है। जिसमें रॉयल्टी की आड़ में एक शाओमी समूह की इकाई शामिल है।" उन्होंने कहा, "रॉयल्टी के नाम पर इतनी बड़ी रकम उनके चीनी मूल समूह की संस्थाओं के निर्देश पर भेजी गई थी।"

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