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ट्यूनिश: द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने गुरुवार को ट्यूनिशिया के प्रधानमंत्री हबीब इसिद से मुलाकात की और आपसी एवं क्षेत्रीय महत्व के विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया। अंसारी और इसिद के बीच आमने-सामने की वार्ता के बाद दो करारों पर दस्तखत किए गए। इनमें से एक समझौता परंपरागत हस्तशिल्प के संवर्धन तथा दूसरा आईटी और डिजिटल अर्थव्यवस्था के बारे में है। इसके बाद दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई। भारत अगले पांच साल में 350 ट्यूनिशियाई छात्रों को प्रशिक्षण देगा और करार के तहत दोनों देश एक-दूसरे के परंपरागत हस्तशिल्प को प्रोत्साहन देंगे। इससे पहले अंसारी और उनकी पत्नी सलमा गुरुवार को ट्यूनिशिया पहुंचे। दो देशों की यात्रा के अंतिम चरण में अंसारी मोरक्को से यहां पहुंचे। हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी इसिद ने की।

नई दिल्ली: एक जून यानि आज (बुधवार) से रेस्टोरेंट में जाकर खाना खाना, मोबाइल फोन का इस्तेमाल, हवाई और रेल यात्रा जैसी कई सेवाएं महंगी हो गई हैं । आज से कर योग्य सभी सेवाओं पर आधा प्रतिशत की दर से नया कृषि कल्याण उपकर (केकेसी) प्रभावी हो गया है। केकेसी के लागू होने से कुल सेवा कर बढ़कर 15 प्रतिशत हो गया। लिहाज़ा बैंक ड्राफ्ट, फंड ट्रांसफर के लिए आईएमपीएस, एसएमएस अलर्ट जैसी सर्विस, फिल्म देखना, एयर टिकट, रेल टिकट, रेस्त्रां में खाना, माल ढुलाई, पंडाल, इवेंट, कैटरिंग, आईटी, स्पा-सैलून, होटल जैसी सेवाएं महंगी हो गई हैं। नई कार, घर, हेल्थ पॉलिसी ले रहे हैं या उसे रीन्यू करा रहे तो भी बढ़ा हुआ सर्विस टैक्स देना पड़ेगा।आज से लग्जरी टैक्स के तहत 10 लाख से ज्यादा की कार पर 1फिसदि लग्जरी टैक्स भी देना होगा।

नई दिल्ली: तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में 2.58 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है, वहीं डीजल भी 2.26 रूपए प्रति लीटर महंगा हो गया है। नई दरें मंगलवार आधी रात से लागू हो गई हैं । तेल कंपनियों ने यह घोषणा करते हुए कहा कि नई कीमतों के हिसाब से दिल्ली में पेट्रोल का भाव अब 65.60 रुपये प्रति लीटर होगा। वहीं डीजल का भाव 53.93 रुपये प्रति लीटर हो जाएगा। दिल्ली के अलावा दूसरे प्रदेशों में पेट्रोल के दाम उस प्रदेश के टैक्स के मुताबिक़ तय होंगे।

नई दिल्ली: भारतीय अर्थव्यवस्था ने रफ्तार पकड़ते हुए बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 7.9 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की है। इस तरह भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी स्थिति और मजबूत कर ली है। विनिर्माण क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से पूरे वित्त वर्ष 2015-16 के लिए अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर पांच साल के उच्चस्तर 7.6 प्रतिशत पर रही है। वित्त वर्ष 2015-16 के प्रभावशाली आंकड़ों से उत्साहित सरकार ने कहा है कि बेहतर मानसून से चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 8 प्रतिशत पर पहुंच सकती है। 2014-15 में वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही थी। कृषि क्षेत्र भी गिरावट से उबरकर वृद्धि हासिल करने में सफल रहा है। वित्त वर्ष के दौरान कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर निचले स्तर 1.2 प्रतिशत पर ही रही है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, चौथी तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर जहां 9.3 प्रतिशत रही, वहीं कृषि क्षेत्र की 2.3 प्रतिशत रही। अप्रैल में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर के आंकड़ों से भी पता चलता है कि आर्थिक गतिविधियां रफ्तार पकड़ रही हैं। माह के दौरान बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 8.5 प्रतिशत रही। सीएसओ ने 2015-16 की पिछली तीनों तिमाहियों के वृद्धि दर के आंकड़े भी संशोधित किये हैं।

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