ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

नई दिल्ली: सरकार ने इतालवी कंपनी फिनमैकेनिका को मिले सभी मौजूदा रक्षा उपकरण टेंडर रद्द करने का फैसला किया है क्योंकि ताकि इस बाद कंपनी को काली सूची में डाला जा सके। इस कंपनी के खिलाफ अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकाप्ट सौदे में रिश्वत के आरोप में जांच चल रही है।रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि फिनमैकेनिका व इसकी अनुषंगियों को काली सूची में डालने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है और इस बारे में एक पत्र विधि मंत्रालय को भेजा गया है। उन्होंने कहा,‘ जहां भी फिनमैकेनिका तथा इसकी अनुषंगियों से संबंधित किसी तरह की पूंजीगत खरीद होगी वहां सबके सब प्रस्ताव के आग्रह (आरएफपी) रद्द किए जाएंगे। मैं बहुत स्पष्ट हूं।’ हालांकि पर्रिकर ने कहा कि फिनमेकैनिका से पहले ही खरीदे जा चुके रक्षा उपकरणों के कलपुर्जों का आयात व सालाना रखरखाव का अनुबंध बना रहेगा केवल और केवल उससे नये पूंजीगत सामान के अधिग्रणह की निविदाएं समाप्त की जाएंगी। सरकार ने स्कोर्पिन पनडुब्बियों के लिए भारी टोरपीडो के आरपीएफ को पहले ही वापस ले लिया है। संप्रग सरकार के कार्यकाल में यह आरपीएफ फिनमैकेनिका की एक अनुषंगी डब्ल्यूएएसएस ने जीता था। सरकार अब अन्य विकल्पों पर विचार कर रही है।

पर्रिकर ने कहा, ‘काली सूची में डालने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। अगर किसी कंपनी को तय साल (संख्या) के लिए काली सूची में डाला जाता है तो रक्षा मंत्रालय उस कंपनी से उतनी अवधि में पूंजीगत खरीद का कोई सौदा नहीं करेगा।’ उन्होंने दोहराया कि रक्षा मंत्रालय ने कंपनी के साथ किसी प्रकार का नया सौदा पहले ही स्थगित कर दिया है। रक्षा मंत्री ने कहा,‘ राजस्व अधिग्रहण में जहां अनुबंध पहले ही कार्यान्वित किए जा रहे हैं, वहां सालाना रखरखाव व कलपुर्जों के आयात की अनुमति दी जाएगी जहां यह बहुत जरूरी है लेकिन यह सब सम्बद्ध प्राधिकार से उचित प्रमाणन के बाद ही होगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संबंधित प्लेटफार्म या उपकरण परिचालन में रहे।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी कंपनी ने कुछ गलत किया है केवल इसी आधार पर राष्ट्रीय सुरक्षा से ‘समझौता नहीं किया जा सकता।’ उन्होंने कहा,‘ मैं अपने छह पोत को केवल इसलिए परिचालन से नहीं हटा सकता कि एक कलपुर्जा फिनमैकेनिका की किसी कंपनी से आयातित किया जाना है।’ जिन परियोजनाओं में उपकरणों की आपूर्ति में फिनमैकेनिका की बड़ी भूमिका होगी उनका क्या होगा, यह पूछे जाने पर पर्रिकर ने कहा,‘क्या सारी दुनिया में केवल एक ही उत्पाद है? रूसी कंपनियों, अमेरिकी कंपनियों या किसी अन्य कंपनी से हमेशा ही कोई उत्पाद मिल जाएगा। हो सकता है कि इन्हें हासिल करना महंगा व कठिन हो।’ नौसेना के अनेक निर्माणाधीन प्लेटफार्म के डिजाइन के अनुसार उनमें 127एमएम ‘ओतोमेलारा मेन गन’ लगनी है। ओतोमेलारा फिनमैकेनिका की कंपनी है। उक्त निर्माणाधीन प्लेटफार्म में शिवालिक श्रेणी के अगले सात पोत भी शामिल हैं। यह गन नौसेना के प्रशिक्षण स्कूलों में भी शामिल की जानी हैं। नौसेना यूरोपीय समूह एमबीडीए से सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल खरीदने के लिए भी बातचीत कर हरी है। इस समय में फिनमैकेनिका एक भागीदार है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख