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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

लंदन: ब्रिटेन के नये प्रधानमंत्री के लिए दौड़ के गति पकड़ने के बीच कार्यवाहक प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने सहयोगियों से कथित तौर पर कहा कि ‘‘किसी का भी समर्थन कीजिए, लेकिन ऋषि सुनक का नहीं।'' मीडिया में आई एक खबर में यह जानकारी दी गई। सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के जॉनसन ने सात जुलाई को पार्टी के नेता के तौर पर इस्तीफा दे दिया था।

‘द टाइम्स' अखबार की खबर में कहा गया है कि उन्होंने पार्टी का नेतृत्व हासिल करने की दौड़ में पिछड़ गये नेताओं से अनुरोध किया है कि वे पूर्व वित्त मंत्री एवं चांसलर सुनक का समर्थन नहीं करें, जो जॉनसन के अपनी ही पार्टी में समर्थन खोने के लिए जिम्मेदार हैं।

एक सूत्र ने बताया कि जॉनसन विदेश मंत्री लिज ट्रस का समर्थन कराने को इच्छुक नजर आ रहे हैं, जिनका अनुमोदन उनके (जॉनसन के) कैबिनेट सहयोगियों जैकब रीस-मोग और नैडीन डोरिस ने किया है। जॉनसन ने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर पेनी मोरडाउंट के लिए भी कथित तौर पर विकल्प खुले रखे हैं। मोरडाउंट कनिष्ठ व्यापार मंत्री हैं।

जेद्दा: इजराइल दौरे के बाद शुक्रवार को सीधे सऊदी अरब पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने युवराज मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की। जेद्दा के लाल सागर शहर में प्रिंस मोहम्मद के साथ मुलाकात के बाद शुक्रवार रात बाइडेन ने कहा कि, "पत्रकार खशोगी के साथ जो हुआ वह आउटरेजियस था।" दरअसल बाइडेन ने मानवाधिकार को लेकर सऊदी अरब की काफी आलोचना की थी। वहीं अब उन्होंने बतौर राष्ट्रपति युवराज मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की है।

वहीं बाइडेन से जब बृहस्पतिवार को पूछा गया कि क्या वह युवराज के साथ मुलाकात के दौरान पत्रकार और सऊदी साम्राज्य के आलोचक जमाल खशोगी की 2018 में हुई हत्या का मुद्दा उठाएंगे, तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसका सीधा जवाब नहीं दिया। बाइडेन ने कहा, “खशोगी के बारे में मेरे विचार स्पष्ट हैं और मैं मानवाधिकारों के बारे में बात करने में कभी चुप नहीं रहा। मेरे सऊदी अरब दौरे की वजहें हालांकि व्यापक हैं। यह अमेरिकी हितों को बढ़ावा देने के लिए है।”

कोलंबो: श्रीलंका में गोटाबाया राजपक्षे के राष्ट्रपति पद पर रहते हुए देश छोड़ कर भाग जाने के बाद अब अदालत हरकत में आई है। अदालत ने आदेश जारी कर कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और पूर्व वित्त मंत्री बेसिल राजपक्षे देश छोड़ कर नहीं जा सकते। बेसिल राजपक्षे ने महिंदा राजपक्षे की तरह से एयरपोर्ट से देश से बाहर भागने की कोशिश की थी। लेकिन उन्हें यात्रियों के हंगामे के कारण एयरपोर्ट से बाहर जाना पड़ा था। पिछले कुछ समय से यह भी सवाल उठ रहे हैं कि महिंदा राजपक्षे कहां हैं। उनकी लोकेशन के बारे में पिछले कुछ दिनों में कोई जानकारी बाहर नहीं आई है।

अदालत का यह आदेश ऐसे दिन आया है जिस दिन गोटाबाया राजपक्षे के श्रीलंका के राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने की औपचारिक घोषणा की गई। श्रीलंका के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने पत्रकारों को बताया था कि राजपक्षे ने उन्हें सिंगापुर से जानकारी दी थी कि वो इस्तीफा दे रहे हैं। प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली है।

कोलंबो: श्रीलंका में जारी संकट के बीच वहां के संसदीय अध्यक्ष ने शुक्रवार को कहा कि एक सप्ताह के भीतर नया राष्ट्रपति चुन लिया जाएगा। गोटाबाया राजपक्षे का राष्ट्रपति पद से इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। गोटाबाया राजपक्षे देश छोड़कर भाग गए हैं। स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने मीडिया से कहा, 'गोटाबाया ने कानूनी रूप से गुरुवार को इस्तीफा दे दिया है।' राजपक्षे ने सिंगापुर से स्पीकर को जानकारी दी थी कि वह राष्ट्रपति का पद छोड़ रहे हैं। बता दें, गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका में लोगों ने बड़े स्तर पर विरोध-प्रर्दशन कर रहे हैं। इसी बीच राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग गए। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था।

गोटाबाया राजपक्षे ने गुरुवार देर रात मालदीव से सिंगापुर पहुंचने के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया था। श्रीलंका में 1978 में राष्ट्रपति शासन प्रणाली अपनाने के बाद से राजपक्षे इस्तीफा देने वाले पहले राष्ट्रपति हैं।

दिवालिया हो चुके देश की अर्थव्यवस्था को न संभाल पाने के कारण अपने और अपने परिवार के खिलाफ बढ़ते जन आक्रोश के बीच देश छोड़कर चले जाने के बाद राजपक्षे ने इस्तीफा दिया है।

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