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लंदन: ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (ईयू) में बने रहने या इसकी सदस्यता से बाहर निकलने को लेकर कराए गए जनमत संग्रह में करीब 52 फीसदी मतदान 'ब्रेक्सिट' के पक्ष में हुआ है, जबकि 48 प्रतिशत वोट 'ब्रिमेन' के लिए पड़े हैं। 'बीबीसी' की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन ने इस जनमत संग्रह के जरिये 43 वर्षों बाद ईयू की सदस्यता से हटने के पक्ष में वोट किया है। 'रीमेन' अभियान के पक्ष में 15,692,092 वोट पड़े, जबकि 'लीव' के पक्ष में इससे 6,835,512 अधिक वोट पड़े। ओपीनियन पोल में इस मुकाबले में कांटे की टक्कर रहने की भविष्यवाणी की गई थी और अब वह सही साबित हुई है। बीबीसी ने कहा कि रूझान दिखा रहे हैं कि रिमेन पक्ष इस स्थिति से वापस बढ़त हासिल नहीं कर सकता है। 52-48 प्रतिशत का आंकड़ा ब्रेग्जिट के पक्ष में है और यह ब्रितानी मतदाताओं का अंतिम फैसला हो सकता है। धुर दक्षिणपंथी यूके इंडीपेंडेंस पार्टी के नेता नीगेल फेरेज ने बहुत पहले ही जीत की घोषणा करते हुए कहा था, यह सपना देखने की हिम्मत दिखाइए कि स्वतंत्र ब्रिटेन में सूर्योदय हो रहा है। 23 जून हमारा स्वतंत्रता दिवस होगा। इस जनमत संग्रह में 72 प्रतिशत का भारी मतदान देखने को मिला। इस मतदान का फैसला वर्ष 1975 में हुए उस जनादेश को उलट रहा है, जिसमें ब्रिटेन ने यूरोपियन इकोनॉमिक कम्यूनिटी का सदस्य बने रहने के लिए मतदान किया था। यह समूह बाद में यूरोपीय संघ बन गया था।

इस जनमत संग्रह का परिणाम ब्रिटेन की सरकार के लिए कानूनी तौर पर बाध्यकारी तो नहीं है लेकिन डेविड कैमरन ने बार-बार यही वादा किया है कि जनता की इच्छा को स्वीकार किया जाएगा।

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