ताज़ा खबरें
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

पेरिस: फ्रांस के शहर नीस में फ्रेंच रिवेरा रिसॉर्ट के पास एक तेज रफ्तार ट्रक भीड़ में जा घुसा, जिसमें कम से कम 84 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। फ्रांसीसी अधिकारियों ने बताया कि हताहत हुए लोग नेश्नल डे के मौके पर होने वाली आतिशबाजी देखकर लौट रहे थे। भारतीय दूतावास के मुताबिक, इस हमले में कोई भारतीय हताहत नहीं हुआ है। सुरक्षा बलों ने ट्रक ड्राइवर को मार गिराया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ट्रक से भारी मात्रा में बंदूकें और दूसरे हथियार बरामद हुए हैं। वहीं ट्रक में फ्रेंच- ट्यूनीसियाई पहचान पत्र मिला है। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने इस हमले को आतंकी वारदात करार देते हुए कहा कि इस हमले पर आतंकवाद की स्पष्ट छाप दिखती है। उन्होंने इसके साथ ही उन्होंने देश में लागू आपातकाल को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया है। राष्ट्रपति ओलांद इस हमले के बाद दक्षिणी शहर एविगनन से वापस पेरिस लौटे हैं। वहीं गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमलावर ट्रक ड्राइवर ने किस मकसद से यह हमला किया, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन किसी तरह के बंधक संकट जैसी स्थिति नहीं है। फिलहाल इस हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है। इस बीच आतंक निरोधी एजेंसी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। कुछ रिपोर्ट्स में चश्मदीदों द्वारा गोलीबारी की आवाज सुने जाने की भी बात कही गई, लेकिन अधिकारियों ने इसकी पुष्टी नहीं की है। घटना के चश्मदीद एएफपी रिपोर्टर ने बताया कि उन्होंने समुद्र किनारे की सड़क पर सफेद रंग के एक ट्रक को तेज रफ्तार से भीड़ में घुसते देखा।

वाशिंगटन: अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को उसके पड़ोसी देशों को निशाना बनाने वाले समूहों समेत सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ कदम उठाने चाहिए और आतंकवादियों के सभी सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करना चाहिए। अमेरिका ने हालांकि यह भी कहा कि पाकिस्तान की स्थिरता को खतरा पैदा करने वाले संगठनों से निपटने के लिए इस्लामाबाद ने ‘अर्थपूर्ण कदम’ उठाए हैं। विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट रहे हैं कि पाकिस्तान को उसके पड़ोसी देशों को निशाना बनाने वाले सभी आतंकवादी समूहों को निशाना बनाना चाहिए और उनके सभी सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करना चाहिए।’ टोनर ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ के छह जून के उस बयान की सराहना करता है जब उन्होंने पाकिस्तानी सैन्य कमांडरों, खुफिया एजेंसियों एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए थे कि आतंकवादी समूहों को सुरक्षित ठिकाने न मिल पाए या वे अफगानिस्तान में आतंकवादी हमले करने के लिए पाकिस्तानी धरती का इस्तेमाल नहीं करें। उन्होंने कहा, ‘आतंकवादी खतरों से निपटने के लिए पाकिस्तान को अगला क्या कदम उठाने की आवश्यकता है, हम इस बारे में हमारी कुछ चिंताओं से निपटने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।’

वाशिंगटन: अमेरिकी सांसदों ने कहा कि प्रतिबंधित हिजबुल मुजाहिदीन समूह के एक कश्मीरी आतंकवादी की हत्या की पाकिस्तान द्वारा निंदा किया जाना आतंकवादी संगठनों को उसके समर्थन का ‘निर्विवाद’ प्रमाण है। फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डिमोक्रेसीज के लॉन्ग वार जर्नल के वरिष्ठ संपादक बिल रोजियो ने कहा कि भारतीयों ने इसी सप्ताहांत एक कश्मीरी आतंकवादी को मारा जो हिजबुल मुजाहिदीन का सदस्य था। यह एक खूंखार आतंकवादी संगठन है। पाकिस्तान ने क्या इस आतंकवादी के मारे जाने की घटना का स्वागत किया? नहीं। रोजियो ने कांग्रेस की सुनवाई के दौरान मंगलवार को कहा कि दरअसल, उन्होंने इसकी निंदा की और उसे कश्मीरी अलगाववादी बताया। यह वह व्यक्ति था जो युद्ध के लिए ऑनलाइन भर्ती करता था और आतंकवादी हमले करने के लिए युवाओं में जहर घोल रहा था। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि (आतंकवादी समूहों को पाकिस्तान के समर्थन संबंधी) सबूत स्पष्ट हैं। रोजियो ने कहा कि यह केवल कश्मीर या पाकिस्तान का मामला नहीं है। पाकिस्तान सरकार से सहायता प्राप्त करने वाले कश्मीरी आतंकवादी संगठनों के आधार अफगानिस्तान में है। उन्होंने कहा कि मैं समूहों की सूची बना सकता हूं। लश्कर-ए-तोएबा, हरकत उल मुजाहिदीन, जिनके बारे में विदेश मंत्रालय ने वर्ष 2014 में कहा था कि वे अफगानिस्तान में प्रशिक्षण शिविर चला रहे हैं। ये समूह अमेरिकी जवानों पर हमला कर रहे हैं और उनकी हत्या कर रहे है।

लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने बुधवार दोपहर को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा। महारानी ने कैमरन का इस्तीफा स्वीकार करने के साथ कंजरवेटिव पार्टी की नेता चुनी जा चुकीं गृह मंत्री थेरेसा मे को नया प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया। छह साल तक पीएम रहे कैमरन ने ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने के जनमत संग्रह के नतीजे को देखते हुए अक्तूबर में पद छोड़ने का ऐलान किया था। लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी में उनके उत्तराधिकारी का चयन जुलाई में ही हो जाने के बाद उन्होंने त्यागपत्र दे दिया। वह 11 साल तक कंजरवेटिव पार्टी के नेता रहे। महारानी से मुलाकात के पहले कैमरन पीएम आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर तीन बच्चों और पत्नी सामंथा के साथ नजर आए। कैमरन ने बुधवार को इससे पहले संसद में आखिरी बार पीएम के तौर पर सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने की जिम्मेदारी पूरा करने का दारोमदार थेरेसा पर होगा, जो एक कुशल वार्ताकार हैं। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ से प्रगाढ़ संबंध बनाए रखने चाहिए, ताकि व्यापार, सुरक्षा के मामलों में लाभ उठाया जा सके। कैमरन ने विपक्षी लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोरबिन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी में इस्तीफे, नामांकन, प्रतिस्पर्धा और सत्ता संभालने का दौर है, जबकि लेबर पार्टी अभी भी नियमों को ताक पर रखकर काम कर रही है। छह साल प्रधानमंत्री रहने वाले कैमरन जैसे ही सवालों का जवाब देने की प्रक्रिया पूरी की, तभी सत्ता पक्ष और विपक्षी सांसदों ने खड़े होकर उनको सम्मान दिया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख