ताज़ा खबरें
एलजी ने सीएम आतिशी को केजरीवाल से ‘हजार गुना बेहतर’ बताया
कैशकांड पर विनोद तावड़े ने राहुल-खड़गे-श्रीनेत को भेजा कानूनी नोटिस

वॉशिंगटन: अमेरिका में इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए तैयारियां दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई हैं। अटलांटा में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के साथ डिबेट में खराब प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति जो बाइडन पर व्हाइट हाउस की दौड़ से बाहर होने का दबाव बढ़ रहा है। इस बीच, सोमवार को उन्होंने माना कि उनकी उम्र बढ़ रही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह लोगों को सच बताना जानते हैं।

माना जा रहा है कि गुरुवार की रात अटलांटा में 90 मिनट की डिबेट में बाइडन के खराब प्रदर्शन के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के कुछ वर्गों में चिंताएं बढ़ गई हैं। ऐसी खबरें हैं कि बाइडन का परिवार उन्हें 2024 की राष्ट्रपति पद की दौड़ में बने रहने के प्रोत्साहित कर रहा है। इस बीच, बाइडन ने सोमवार को संकेत दिया कि वह इस दौड़ से पीछे नहीं हट रहे हैं।

बाइडन ने अपने निजी एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया, "दोस्तों, मैं आसानी से चल नहीं पाता हूं या उतनी आसानी से बात नहीं कर पाता हूं, जितना मैं पहले करता था। हो सकता है कि मैं पहले की तरह वाद-विवाद न करूं। लेकिन मैं लोगों को सच बताना जानता हूं।"

वॉशिंगटन: अमेरिका में इस साल 5 नवंबर को राष्ट्रपति के चुनाव होने हैं। शुक्रवार को अमेरिका में पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट होगी। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन एक बार फिर आमने-सामने होंगे। प्रेसिडेंशियल डिबेट 2024 भारत के समय के हिसाब से शुक्रवार सुबह 7 से 8 बजे (यूएस टाइम के हिसाब से गुरुवार रात 9 बजे) शुरू होगा। 64 साल बाद इस डिबेट को टीवी स्टूडियो में ऑर्गनाइज कराया जा रहा है।

इस बार कमीशन ऑन प्रसेडेंशियल डिबेट आयोजित नहीं कर रहा है, क्योंकि इस पर दोनों पक्षों को आपत्ति थी। अटलांटा में मीडिया नेटवर्क सीएनएन पहले प्रेसिडेंशियल डिबेट को होस्ट करेगा। इसके अलावा सीबीएस और सीबीएस न्यूज 24/7 पर भी प्रेसिडेंशियल डिबेट की स्ट्रीमिंग की जाएगी। दूसरे नेटवर्क पर भी इसे एक साथ प्रसारित किया जाएगा। राष्ट्रपति चुनाव से पहले सितंबर में दूसरी डिबेट होगी। दूसरी डिबेट को एबीसी मीडिया नेटवर्क होस्ट करेगा। इस बार सीएनएन के स्टूडियो में प्रेसिडेंशियल डिबेट हो रही है। आइए जानते हैं, यूएस के चुनाव में प्रेसिडेंशियल डिबेट की क्या भूमिका होती है, इसका चुनाव पर क्या प्रभाव होता है।

नैरोबी (केन्या) पूर्वी अफ्रीकी देश केन्या जनता के विरोध प्रदर्शन के कारण सुर्खियों में है। केन्या में टैक्स बढ़ाने वाले फाइनेंस बिल के विरोध में प्रदर्शनकारी मंगलवार को संसद में घुस गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने संसद में जमकर उत्पात मचाया। परिसर के एक हिस्से में आग लगा दी, तोड़फोड़ की। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी कर दी, जिसमें 10 लोगों की मौत की खबर है, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। बता दें कि इससे पहले सोमवार को भी सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच कई झड़प हुई थी।

केन्या की मीडिया के मुताबिक, संसद में मंगलवार को लोग एकदम से उस वक्त भड़क गए जब उन्हें यह खबर मिली कि संसद में बिल पेश हो गया है। इसके बाद प्रदर्शनकारी अचानक बेकाबू हो गए और संसद में घुस गए। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पहले आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, लेकिन जब यह कारगर नहीं हुआ, तो उन्होंने गोलियां चलाईं।

वॉशिंगटन: अमेरिका की जासूसी के आरोपों में जेल में बंद विकीलीक्स के फाउंडर जूलियन असांजे मंगलवार (25 जून) को 5 साल बाद लंदन की जेल से रिहा हो गए। उन्होंने अमेरिकी सरकार के साथ एक समझौते के तहत जासूसी की बात स्वीकार कर ली है। अब उनके वापस अपने वतन ऑस्ट्रेलिया लौटने का रास्ता भी साफ हो गया है।

रिपोर्ट में दावा किया गया कि असांजे अमेरिकी अदालत में सैन्य रहस्यों को उजागर करने का आरोप मानने को तैयार हो गए हैं। इसके बदले उन्होंने अपनी रिहाई की मांग की थी। ऐसे में कोर्ट में अपना जुर्म कबूल करते ही वर्षों पुराने कानूनी ड्रामे पर भी ब्रेक लग गया। अमेरिकी के मारियाना द्वीप समूह की कोर्ट में दायर किए गए दस्तावेज के मुताबिक, असांजे राष्ट्रीय रक्षा से जुड़ी जानकारी पाने और उसे फैलाने की साजिश के एक भी मामले में दोषी ठहराए जाएंगे। असांजे अब तक ब्रिटेन में हिरासत में थे।

विकीलीक्स ने मंगलवार सुबह ब्रिटिश समयानुसार दावा किया कि जूलियन असांजे अब आजाद हैं। उन्होंने ब्रिटेन छोड़ दिया है। वे स्थानीय समयानुसार बुधवार सुबह अमेरिका पहुंच सकते हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख