नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन की वजह से जहां-तहां फंसे प्रवासियों वापस अपने घरों की ओर लौटने का सिलसिला जारी है। अब सरकार कल (25 मई) से डॉमेस्टिक फ्लाइट सेवा भी शुरू करने जा रही है। इसके चलते कई राज्य सरकारों ने वापस आ रहे लोगों के लिए 14 दिनों का क्वारंटाइन जरूरी कर दिया है। अब ओडिशा सरकार ने फैसला लिया है कि जो भी विमान से राज्य वापस आएगा, उसे क्वारंटाइन रहना होगा। ओडिशा सरकार के अनुसार, ओडिशा में वापसी पर 14 दिनों का क्वारंटाइन अनिवार्य होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में 7-दिनों का संस्थागत और 7-दिनों का होम क्वारंटाइन होना होगा। वहीं, शहरी क्षेत्रों में 14 दिनों का अनिवार्य होम क्वारंटाइन रहेगा।
वहीं, पंजाब, अंडमान-निकोबार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, असम, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश ने भी कहा है कि विमान से आने वाले यात्रियों को 14 दिन होम क्वारंटाइन होना होगा। उत्तर प्रदेश में 25 मई से शुरू होने वाली हवाई उड़ानों का प्रोटोकॉल तैयार कर लिया गया है। इनमें जो प्रदेश के बाहर के निवासी आएंगे उन्हें क्वारंटाइन में रखा जाएगा। जो यात्री एक-दो दिन के लिए अपने काम से आएंगे, उन्हें अपने रिटर्न टिकट का पूरा ब्योरा देना होगा। यह भी बताना होगा कि वह कहां रुकेंगे। किस काम से आए हैं।
जम्मू-कश्मीर में जांच रिपोर्ट आने तक पृथकवास जरूरी
प्रशासन ने कहा कि अगले हफ्ते से राज्य में आने वाले यात्रियों को कोविड-19 जांच कराना अनिवार्य होगा। जांच रिपोर्ट आने तक उन्हें संस्थागत पृथकवास में रहना होगा। प्रशासन ने कहा कि सड़क, रेल और हवाई मार्ग से आने सभी यात्रियों या प्रदेशवासियों के लिए कोविड-19 जांच अनिवार्य है। जांच रिपोर्ट आने तक उन्हें 14 दिनों के लिए संस्थागत पृथकवास में रहना होगा। रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें गृह पृथकवास में भेजा जाएगा।
पंजाब-छत्तीसगढ़ ने भी लिया फैसला
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य में विमान, ट्रेन या बस से आने वाले सभी यात्रियों को अनिवार्य तौर पर 14 दिन के होम क्वारंटाइन में जाना होगा। अंडमान-निकोबार प्रशासन ने कहा कि सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। उन्हें 14 दिन के लिए होम क्वारेंटाइन में जाना होगा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 25 मई से राज्य में आने वाले सभी विमान यात्रियों को 14 दिन के इंस्टिट्यूशन क्वारंटाइन पीरियड में जाना होगा।