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संबलपुर: ओडिशा सरकार कोविड-19 की जांच के लिए संबलपुर में एक अस्पताल में प्रयोगशाला स्थापित करने की योजना बना रही है ताकि भुवनेश्वर में स्थित राज्य की एकमात्र प्रयोगशाला पर बोझ कम हो सके। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यहां बताया कि राज्य सरकार वीर सुरेन्द्र साई आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान (वीआईएमएसएआर) में बॉयोसेफ्टी लेवल्स 2 (बीएसएल 2) प्रयोगशाला स्थापित करने की कार्यप्रणाली पर काम कर रही है। वीआईएमएसएआर अधीक्षक जयश्री डोरा ने बताया कि संस्थान ने इस संबंध में व्यवहार्यता रिपोर्ट सरकार को भेजी है और जल्द ही इस संबंध में फैसला किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि अस्पताल के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग में प्रयोगशाला स्थापित किए जाने की संभावना है। डोरा ने कहा कि प्रयोगशाला के चालू होते ही हम कोविड-19 के संदिग्ध मामलों की यहां 'रीकम्बिनेंट टेक्नोलॉजी पोलिमरीज चेन रिएक्शन जांच कर सकेंगे। अभी कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की लार के नमूने भुवनेश्वर के क्षेत्रीय चिकित्सकीय अनुसंधान केंद्र भेजे जाते है।

डोरा ने कहा कि इस अस्पताल में पश्चिमी ओडिशा के सैकड़ों मरीजों का इलाज होता है। बीएसएल2 प्रयोगशाला से इस क्षेत्र को लाभ होगा। ओडिशा में कोविड-19 संक्रमण के अब तक दो मामले सामने आए हैं।

कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए ओडिशा सरकार देश का सबसे बड़ा कोविड-19 अस्पताल बनाने जा रही है। अस्पातल में कुल 1000 बेड होंगे और अगले एक पखवाड़े में यह काम करना शुरू कर देगा। ओडिशा सरकार, कॉरपोरेट्स और मेडिकल कॉलेजों के बीच एक 1000 बेड का एक्सक्लूसिव कोविड-19 ट्रीटमेंट हॉस्पिटल स्थापित करने के लिए एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। ओडिशा सरकार इस अस्पताल को बनाने के लिए तैयारियों में जुट गई है। ओडिशा देश का पहला राज्य होगा जो विशेष रूप से कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए इतना बड़ा अस्पताल बनाने जा रही है। ओडिशा में कोरोना वायरस के अभी तक केवल दो मामले सामने आए हैं।

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