लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को यहां कहा कि भाजपा सरकार ने विश्वकर्मा समाज को बहुत धोखा दिया है। उन्हें जो सम्मान मिलना चाहिए था नहीं मिला। अब सभी लोग बदलाव चाहते हैं। विश्वकर्मा समाज का सहयोग मिला तो सन् 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बन जाएगी। उन्होंने घोषणा की कि समाजवादी सरकार बनने पर गोमती तट पर भगवान विश्वकर्मा का मंदिर बनेगा और विश्वकर्मा जयंती पर छुट्टी, जो भाजपा सरकार ने समाप्त कर दी है, पुनः बहाल की जाएगी।
यादव ने कहा कि जातीय जनगणना हो तभी सबकी संख्या सामने आएगी और फिर उसके हिसाब से उसकी भागीदारी तय हो सकेगी। उससे सभी को हक और सम्मान मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार बनने पर योजनाओं का लाभ पहले छोटी 17 जातियों को मिलेगा। प्राथमिकता से लैपटाॅप विश्वकर्मा समाज को बांटे जाएंगे। यह घोषणाएं अखिलेश यादव ने अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा की ओर से समाजवादी पार्टी कार्यालय में आयोजित विश्वकर्मा पूजा समारोह में कही।
भगवान विश्वकर्मा की आरती के बाद अपने संबोधन में अखिलेश ने कहा, भवन और यांत्रिकी के निर्माण में भगवान विश्वकर्मा का महान योगदान रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे बीच देश निर्माण के साथ एक ऐसे समाज का निर्माण भी हो जिसमें एक दूसरे का सम्मान हो, प्यार हो, एक दूसरे की मदद हो, और सबको बराबरी का हक मिले।
कार्यक्रम के संयोजक अखिल भारतीय शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम आसरे विश्वकर्मा ने स्वागत भाषण किया। इस अवसर पर शिल्पक्रांति पत्रिका और कारपेन्टर न्यूज तथा विश्वकर्मा चालीसा सीडी का विमोचन भी हुआ। समारोह में उपस्थित सर्वश्री सौरभ विश्वकर्मा सभासद गोरखपुर तथा चंदन विश्वकर्मा पूर्व सभासद ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
उन्होंने अखिलेश यादव की नीतियों तथा नेतृत्व पर आस्था जताते हुए सन् 2022 में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया। लगातार वर्षा में भीगते हजारों लोग पंडाल में जमे रहे। अखिलेश ने कहा यह आपकी परीक्षा ली जा रही है। आप सब इसमें खरे उतरे हैं। समारोह में विधानसभा में नेता विरोधी दल रामगोविन्द चौधरी, पूर्वमंत्री राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, एस.आर.एस. यादव एवं अरविन्द कुमार सिंह एम.एल.सी. भी मौजूद रहे। पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैलसिंह जी के पौत्र इन्द्रजीत सिंह ‘बब्बू‘ भी मंच पर कार्यक्रम में शामिल रहे। विश्वकर्मा पूजा समारोह में विभिन्न प्रदेशों के विश्वकर्मा समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी भी शामिल हुए।