नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के नाराज किसान अपनी मांगों को लेकर आज शनिवार को दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं। हजारों की संख्या में किसान दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं। किसान यहां से दिल्ली के किसान घाट पर महाडेरा डालने के लिए रवाना होंगे। हालांकि इन्हें बॉर्डर पर ही रोकने के लिए सीमाएं सील कर दी गई हैं। हजारों संख्या में पुलिस बल दिल्ली बॉर्डर पर तैनात हैं। पहले हुए किसानों के प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा को नजर में रखते हुए प्रशासन ने पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा है।
भारतीय किसान संगठन के अध्यक्ष पूरन सिंह ने बताया है कि हमारे 11 प्रतिनिधियों को कृषि मंत्रालय ले जाया गया है। वहां वो लोग अपनी मांग रखेंगे, अगर हमारी मांगें पूरी हो जाती हैं तो हम यहीं से वापस लौट जाएंगे, वरना हम दिल्ली के लिए कूच करेंगे। दिल्ली जाकर प्रदर्शनकारी वहां कृषि मंत्रालय में अधिकारियों से मुलाकात कर मांग रखेंगे। दिल्ली जाने के लिए सैंकड़ों किसान ट्रांसपोर्ट नगर में इकट्ठा हैं।
बताते चलें कि कल यानि शुक्रवार की रात तक हुई दोनों पक्षों में बातचीत के बाद यही निष्कर्ष निकला था कि अगर किसान दिल्ली पुलिस के निर्देशों के हिसाब से चलेंगे तभी उन्हें दिल्ली में प्रवेश मिल पाएगा। किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर सवार होकर आ रहे हैं। जो कि दिल्ली यातायात नियम के तहत गलत है। इसे देखते हुए दिल्ली के अधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि दिल्ली में ट्रैक्टर ट्रॉली के सवारी गाड़ी की तरह इस्तेमाल पर पूरी तरह पाबंदी है। अगर किसान अपनी गाड़ियां बॉर्डर पर छोड़कर पैदल मार्च कर किसान घाट तक जाते हैं तो उन्हें जाने दिया जाएगा। ट्रैक्टर-ट्रॉली से किसानों को घाट तक जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पुलिस इसलिए डेरा डाले हुए है कि अगर किसान दिल्ली के लिए कूच कर गए तो रास्ते में भारी जाम की आशंका होगी। नोएडा से दिल्ली मार्ग पर यदि जाम लग गया तो उसे संभालना मुश्किल हो जाएगा। दिल्ली पुलिस भी नोएडा पुलिस के संपर्क में है। किसान एनएच-24 से होकर जाएंगे तो इसका प्रभाव सीधा गाजियाबाद यातायात व्यवस्था पर भी पड़ेगा। भारतीय किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र यादव के नेतृत्व में 15 सूत्रीय मांग को लेकर बड़ी संख्या में किसान दिल्ली जाएंगे। शनिवार को कृषि मंत्रालय के निदेशक एसएस तोमर के साथ इनकी वार्ता है।
क्या हैं 15 सूत्री मांगें
भाकियू युवा के अध्यक्ष गौरव टिकैत ने बताया कि किसानों की 15 सूत्री मांग क्या-क्या हैं। उन्होंने कहा किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त में बिजली, घरेलू उपभोक्ताओं को निश्चित यूनिट तक फ्री बिजली, प्रत्येक किसान को पांच हजार मासिक पेंशन, किसानों के सभी उत्पाद खरीदने, किसान दुर्घटना बीमा का लाभ और विद्युत विभाग की अवैध वसूली रोकने की मांग की।
स्थानीय स्तर पर किसानों की समस्या का निस्तारण नहीं होने पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह के आह्वान पर दिल्ली जाने के लिए किसान नोएडा में इकट्ठे हुए हैं। दिनभर भारी संख्या में पुलिस की तैनाती ट्रांसपोर्ट नगर में थी। पुलिस को आशंका थी कि शुक्रवार को ही किसान दिल्ली के लिए जा सकते हैं। नोएडा पुलिस इस मामले में दिल्ली पुलिस के साथ समन्वय बनाकर काम कर रही है।
कोतवाली फेज थ्री के प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस एहतियात के तौर पर ट्रांसपोर्ट नगर में तैनात है। किसान शनिवार को दिल्ली जाएंगे। इनके पास दिल्ली जाने की अनुमति भी है। वहीं, भारतीय किसान संगठन के जिला अध्यक्ष परविंदर यादव ने बताया कि हम लोगों की 15 सूत्रीय मांगें हैं। इनमें किसानों के लिए 10 फीसदी भूमि छोड़ने, ग्रामीण आबादी के लिए व्यावसायिक गतिविधियों की नीति बनाने बनाने से लेकर अन्य मांगे हैं। किसान शांतिपूर्वक बैठे हुए हैं।