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लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला बोलते हुए सांप्रदायिक ताकतों को मजबूत करने का आरोप लगाया। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस पार्टी की दोग़ली नीति की वजह से ही देश में ’‘साम्प्रदायिक ताकतें’’ मजबूत हो रही है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी साम्प्रदायिक ताकतों को कमजोर करने के बजाय, इसके विरूद्ध आवाज उठाने वाली ताकतों को ही ज्यादातर कमजोर करने में लगी है। जनता सावधान रहे।

इसके एक दिन पहले मंगलवार को उन्होंने राजस्थान के बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय कराने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा था। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा था कि कांग्रेस पार्टी की सरकार ने एक बार फिर बीएसपी के विधायकों को तोड़कर गैर-भरोसेमन्द व धोखेबाज़ पार्टी होने का प्रमाण दिया है। यह बीएसपी मूवमेन्ट के साथ विश्वासघात है जो दोबारा तब किया गया है जब बीएसपी वहां कांग्रेस सरकार को बाहर से बिना शर्त समर्थन दे रही थी।

उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस अपनी कटु विरोधी पार्टी/संगठनों से लड़ने के बजाए हर जगह उन पार्टियों को ही सदा आघात पहुंचाने का काम करती है जो उन्हें सहयोग/समर्थन देते हैं। कांग्रेस इस प्रकार एससी, एसटी,ओबीसी विरोधी पार्टी है तथा इन वर्गों के आरक्षण के हक के प्रति कभी गंभीर व ईमानदार नहीं रही है।

मुख्यमंत्री गहलोत बोले, इस तरह की प्रतिक्रिया की उम्मीद थी

मायावती द्वारा लगाए इस आरोप पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मायावती से इस तरह की प्रतिक्रिया की उम्मीद थी। उन्होंने कहा कि विधायकों ने राज्य की स्थिति और लोगों की भावनाओं पर विचार किया, यही कारण है कि वे हमारे साथ शामिल हुए, हमने उन पर कोई दबाव नहीं डाला।

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