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वाराणसी: बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में एक बार फिर छात्राएं नाराज होकर सिंहद्वार पर बीती रात धरने पर बैठ गईं इन छात्राओं की मांग है कि जंतु विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एसके चौबे को बर्खास्त किया जाए जिनके ऊपर छेड़खानी का आरोप है। आरोप के मुताबिक बीते साल काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं के साथ प्रोफेसर चौबे दक्षिण भारत के टूर पर गए थे वहां पर इन्होंने कुछ अश्लील हरकतें की थीं। जिसकी शिकायत बीएचयू प्रशासन से की थी। बीएचयू प्रशासन ने इसमें पूरी एक जांच कमेटी बनाई थी और जांच कमेटी के बाद उन्हें लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया था। लेकिन अभी जुलाई में उन्हें फिर से जब ज्वाइन कराया गया, तो यह विवाद शुरू हो गया।

प्रोफेसर चौबे की दोबारा नियुक्ति के खिलाफ छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा। देर रात तक छात्राओं को मनाने की कोशिश जारी रही। डॉक्टर से लेकर के प्रॉक्टर तक छात्राओं से बात कर रहे हैं। लेकिन छात्राएं उनकी बर्खास्तगी की मांग को लेकर डटी रहीं आज सुबह भी धरना प्रदर्शन जारी है।

बीएचयू के पीआरओ का कहना है कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विज्ञान संस्थान के जन्तु विज्ञान विभाग के प्रोफेसर शैल कुमार चौबे पर इन्क्वायरी कमेटी की सिफारिश के आधार पर 7 जून 2019 को सम्पन्न कार्यकारिणी परिषद की बैठक में बड़ी पेनाल्टी लगायी गयी है। उन्हे अपराधी ठहराया गया है। इसके आधार पर उन्हे भविष्य में विश्वविद्यालय में कोई महत्वपूर्ण प्रशासनिक दायित्व नही दिया जायेगा तथा न ही वे कभी इस प्रकार के विद्यार्थियो सम्बन्धी गतिविधियो में संलग्न हो सकेंगे। प्रोफेसर चौबे कभी किसी अन्य संस्थान में आवेदन भी नहीं कर पाएंगे यदि करना भी चाहेंगे तो उनका आवेदन स्वीकार नहीं होगा क्योंकि उन पर लगायी गयी पेनाल्टी उनके सर्विस रिकार्ड में डाल दी गयी है।

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