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लखनऊ: चुनाव आयोग रविवार (10 मार्च) शाम पांच बजे लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान करेगा। उससे पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा कार्यलय में मीडिया को संबोधित किया, इस दौरान उन्होंने आज (रविवार) शाम होने वाली चुनाव आचार संहिता की घोषणा पर कहा कि जनता चुनाव की तारीखों का इंतजार कर रही है। देश में परिवर्तन का रुझान है, क्योंकि जनता बहुत परेशान है और वो अब बदलाव चाहती है।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बुक लांच कार्यक्रम में मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी के साथ भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में न तो युवाओं को नौकरियां मिलीं और न ही किसानों की आमदनी बढ़ी। साल 2014 में कहा गया था कि विदेशों से सारा कालाधन लेकर आएंगे लेकिन नोटबंदी कर जो धन जनता ने ईमानदारी से कमाया था। वह भी बैंकों में जमा करवा लिया। सपा अध्यक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि इस सरकार ने सेना को राजनीति में घसीटा। भाजपा के 'मोदी है तो मुमकिन है' स्लोगन पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और उनकी पार्टी ने अपना प्रचार करने के लिए उर्दू का सहारा लिया।

सपा अध्यक्ष यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग किसी सीमा तक जा सकते है। भाजपा ने गंगा मां को नहीं छोड़ा, गाय माता को नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन से जनता अब परेशान हो गई है और वो अब बदलाव चाहती है। उन्होंने कहा कि फिर से सरकार बनाने का दावा करने वाली भाजपा सरकार इस बार पूरे भारत में 74 सीटों पर ही सिमट कर रह जाएगी। चुनाव की तैयारियों पर सपा अध्यक्ष ने कहा मैं यही सोच रहा था कि पहले भाजपा के लोग प्रचार करके थक जाएं, तब हम प्रचार करेंगे।

अखिलेश ने भाजपा सांसद द्वारा विधायक को जूते से मारने की घटना को भी उन्होंने उठाया और कहा कि ये जूतों वाली सरकार है। भाजपा सांसद अपने विधायक को 21 जूतों की सलामी देते हैं। इस दौरान सुल्तानपुर के कोयला कारोबारी के घर पुलिसकर्मियों द्वारा डाली गई डकैती पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस वाले डकैती डलवाते हैं, तो डीजीपी कैसा होगा। इसलिए बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ हम भी मांग करते हैं, उन्हें तुरंत हटा दिया जाना चाहिए।

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