वाराणसी: दुनिया के अलग-अलग देशों में रहने वाले उत्तर प्रदेश से जुड़े आठ प्रवासी भारतीयों को राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश प्रवासी रत्न अवार्ड से सम्मानित किया। सोमवार को बड़ा लालपुर के व्यवसायिक संकुल में आयोजित उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस समारोह के चौथे सत्र में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्रीराम नाईक ने इन आठ विभूतियों को प्रमाण पत्र व स्मृति चिह्न के साथ अंगवस्त्रम भेंट किए।
प्रवासी रत्न अवार्ड पाने वालों में लॉस एंजेलिस में रहने वाले लखनऊ के मूल निवासी अमिताय श्रीवास्तव को हस्तकला एवं कुटीर उद्योग के उत्थान में महिलाओं के सहयोग के लिए यह सम्मान दिया गया है। इसके बाद आरिफ उल इस्लाम का नाम आया जो बिजनौर के रहने वाले हैं। वह किन्ही कारणों से मंच पर सम्मान लेने के लिए उपस्थित नहीं थे। प्रयागराज के रहने वाले धनंजय सिंह को तकनीकी के क्षेत्र में विशेष कार्य करने के लिए यह अवार्ड प्रदान किया गया। धनंजय सिंह इन दिनों दक्षिण कोरिया की कई मल्टीनेशनल कंपनीज के लिए तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में काम कर रहे हैं। पर्यावरण के क्षेत्र में विशेष कार्य करने के लिए यूएसए के हरी वीर मंडल को यह सम्मान दिया गया।
श्री मंडल उत्तर प्रदेश के आगरा शहर के मूल निवासी हैं। बिजनौर की निवासी जमाला अहमौद को सांस्कृतिक क्षेत्र तथा महिला उद्योग में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। गाजियाबाद के मूल निवासी डॉ रामेश्वर सिंह जो इन दिनों रसिया में रहते हैं उन्हें रसिया में भारतीयों के लिए रोजगार के अवसर सृजन करने के लिए यह सम्मान दिया गया।
कैलिफोर्निया में रहने वाले गाजियाबाद के मूल निवासी संजीव राज राजोए को भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य कराने के लिए तथा लखनऊ की मूल निवासी न्यूयॉर्क में रहने वाली योशिता सिंह को स्वतंत्र लेखन एवं पत्रकारिता के लिए अप्रवासी भारतीय रत्न प्रदान किया गया। इस दौरान विदेश मंत्री वीके सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पांडेय, एन आर आई मंत्री स्वाति सिंह प्रमुख रूप से मंच पर उपस्थित रहीं।