आजमगढ़: सपा के पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी ने मंगलवार को बसपा का दामन थाम लिया। आजमगढ़ में बसपा की मुखिया मायावती के सामने उन्होंने बसपा में जाने की घोषणा की। निकाय चुनाव से ठीक पहले अनुरागी के पार्टी छोड़ने के मुद्दे पर जिले के सपाई कुछ भी बोलने से बचते रहे।
आजमगढ़ में बसपा की रैली में पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी की मौजूदगी की खबर जिले में आई तो राजनीतिक गलियारे में चर्चा शुरू हो गई। कुछ देर बाद ही बसपा सुप्रीमो मायावती के सामने अनुरागी ने बसपा की सदस्यता ली तो पर्दा उठ गया। अनुरागी के खास रहे कदौरा क्षेत्र के सपा नेता अनीस गुलौली भी बसपा में चले गए।
पूर्व सांसद अनुरागी को कुछ दिन पहले जिला पंचायत चुनाव के बाद सपा से बेदखल भी किया गया था पर कुछ दिन में ही उनकी वापसी हो गई थी। पूर्व सांसद से सपा के ज्यादातर लोग खफा थे जिस वजह से पार्टी के लोग उनसे किनारा करने लगे थे।
अनुरागी के बसपा में जाने के बारे में सपा जिलाध्यक्ष वीरपाल यादव का कहना है कि यह उनका अपना फैसला है, जबकि पूर्व जिलाध्यक्ष चौधरी धीरेंद्र यादव ने कहा कि सपा बड़ी पार्टी है, किसी के जाने से कुछ नहीं होता। पूर्व सांसद और पार्टी आला कमान के विचारों में तालमेल न होने से उन्होंने ऐसा फैसला लिया, जिससे पार्टी का कुछ नुकसान नहीं होगा।