अमेठी: राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र और कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले अमेठी में अमित शाह ने 21 योजनाओं का शिलान्यास किया। इस अवसर पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि स्मृति बहन के बुलावे पर अमेठी आया हूं। पहली बार देख रहा हूं कि जीता हुआ प्रत्याशी न आए लेकिन हारा हुआ प्रत्याशी यहां आया है। लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी स्मृति ईरानी ने अमेठी को कभी नहीं छोड़ा।
उन्होंने राहुल गांधी पर हमला करते हुए पूछा, राहुल इतने दिन से यहां सांसद हैं लेकिन यहां कलेक्ट्रेट, टीबी अस्पताल क्यों नहीं है? विकास के दो मॉडल हैं, एक-गांधी नेहरू और दूसरा मोदी मॉडल। अमित शाह ने कहा कि मैं 35 सालों से सार्वजनिक जीवन में हूं, लेकिन मैंने ऐसा कभी नहीं देखा कि जीता हुआ प्रत्याशी अमेठी न आए और हारने वाली प्रत्याशी अमेठी को गले लगाकर काम कर रही है।
मैं अमेठी की जनता का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि अमेठी की 5 में 4 सीटें भारतीय जनता पार्टी ने जीती हैं। अमित शाह ने कहा कि अमेठी गांधी-नेहरू परिवार को वीआईपी क्षेत्र हैं। आजादी से लेकर अब तक बड़े-बड़े दिग्गजों को अमेठी से चुनाव जीताकर भेजा है, लेकिन जब तक योगी आदित्यनाथ की सरकार नहीं आई तब तक विकास के लिए क्या हुआ।
अमेठी की धरती से मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि आपकी तीन पीढ़ियों को यहां की जनता ने वोट दिया अब ये लोग आपसे हिसाब मांग रहे हैं। आप मोदी सरकार के तीन साल का हिसाब मांगते हैं, लेकिन पहले तीन पीढ़ियों का हिसाब दें।
मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि अब तक अमेठी में कलेक्टर ऑफिस क्यों नहीं बना, अकाशावाणी का एफएम रेडियो क्यों नहीं आया, गरीबों को आवास क्यों नहीं मिला, टीबी का अस्पताल क्यों नहीं बना। इस देश में दो मॉडल हैं। एक गांधी-नेहरू परिवार मॉडल और दूसरा मोदी मॉडल। आप अमेठी और गुजरात के गांव की तुलना कर सकते हैं। गुजरात के हर गांव में 24 घंटे बिजली आती है। यूपी में योगी और दिल्ली में मोदी की जोड़ी यूपी को विकसित राज्य बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
इस मौके पर गुजरात से राज्यसभा सांसद स्मृति ईरानी ने कहा कि साढ़े तीन साल पहले भाजपा ने मुझे अमेठी भेजकर यहां की सेवा का मौका दिया था। उस दौरान यहां पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भरपूर समर्थन दिया। मेरा सौभाग्य है कि मैं अमेठी की दीदी बन गई। जब रिश्ता बहन का होता है तो मन में स्वार्थ नहीं होता।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि जो देशभर में विकास पर भाषण देते हैं, उन्हें अमेठी के नाम पर सांप सूंघ जाता है। उन्होंने गुजरात जाकर विकास का मजाक उड़ाया। अपने ही संसदीय क्षेत्र में राहुल गांधी विकास नहीं कर पाए।
स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी ने अमेठी को बोझ की तरह देखा है। उन्होंने अमेठी के विकास के बारे में कहा कि जो यहां पिछले सात साल में नहीं हुआ, वह पिछले छह महीने में हुआ है।
इस मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम अमेठी के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ-साथ पूरे प्रदेश का विकास करेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नाम से दुनिया में देश का सम्मान बढ़ा। जिसे अर्थशास्त्र का नोबेल मिला, उसने नोटबंदी की तारीफ की।
कांग्रेस को गरीब की चिंता नहीं
इस मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम अमेठी के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ-साथ पूरे प्रदेश का विकास करेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नाम से दुनिया में देश का सम्मान बढ़ा। जिसे अर्थशास्त्र का नोबेल मिला, उसने नोटबंदी की तारीफ की।
कांग्रेस पर हमलावर रुख अपनाते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी गरीबों, किसानों की परवाह नहीं की। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि आखिर कांग्रेस ने पिछले 55-60 सालों में क्या किया। न बेरोजगारों को रोजगार मिला, न गरीबी दूर हुई।
उन्होंने कहा कि अमेठी के किसानों की जमीन को किसी परिवार की बपौती नहीं बनने देंगे। इसके साथ ही कहा कि स्मृति ईरानी ने अमेठी की समस्याओं को समझा। अमेठी में रेल, सड़कें, बिजली तभी आती हैं जब मोदी सरकार पैसा देती है। उन्होंने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि दो अक्टूबर को अचानक दिल्ली से शहजादे यहां आ गए।
सूत्रों के मुताबिक अमेठी-रायबरेली में कांग्रेस को घेरने के लिए बीजेपी हर हफ्ते अपने कद्दावर नेताओं को यहां भेजेगी। दरअसल इसके माध्यम से भाजपा उन सीटों पर फोकस कर रही है, जहां उसको पिछली बार सफलता नहीं मिली थी। इसीलिए राहुल गांधी के अमेठी के दौरे के तीन दिन बाद भाजपा के ये नेता यहां पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही कहा कि कांग्रेस में देश के लिए कोई प्रेम नहीं है।
कांग्रेस का किला
2014 के लोकसभा चुनाव में यहां राहुल और स्मृति के बीच कड़ा चुनावी मुकाबला देखने को मिला था। चुनाव राहुल जीते थे। राहुल को चार लाख आठ हजार 651 मत मिले जबकि स्मृति ईरानी को तीन लाख 748 वोट हासिल हुए थे। चुनाव हारने के बावजूद स्मृति की सक्रियता अमेठी में बनी रही।
बात 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की करें तो भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली तथा राहुल के निर्वाचन क्षेत्र अमेठी के तहत आने वाली दस विधानसभा सीटों में से छह पर जीत दर्ज की थी।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि अमित शाह और स्मृति ईरानी के दौरे से संदेश जाएगा कि मौजूदा सरकार राज्य के चहुंमुखी विकास में भरोसा करती है और उन सीटों के साथ सौतेला बर्ताव नहीं होगा, जहां भाजपा को विजय नहीं मिली।
भाजपा का गेम प्लान
दरअसल भाजपा कांग्रेस के गढ़ अमेठी से पिछली बार हारी हुई सीटों पर फोकस करने का प्रयास कर रही है। इसके मद्देनजर भाजपा ने यूपी की उन सीटों पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है, जहां पर उसको लगता है कि सबसे पहले ध्यान दिए जाने की जरूरत है। इसके मद्देनजर पार्टी यूपी में उन सात सीटों पर अपना ध्यान केंद्रित करने पर जोर दे रही है, जहां 2014 में भाजपा और सहयोगी अपना दल जीत हासिल नहीं कर सके थे।
इसके तहत भाजपा सबसे पहले इन्हीं सीटों पर जनसभाएं और सांगठनिक कार्यक्रम शुरू करने जा रही है। दरअसल भाजपा का मानना है कि 2009 की तुलना में 2014 के चुनावों में उसको इन सीटों पर अपेक्षाकृत अधिक वोट मिले थे। इसलिए आगामी चुनावों के लिहाज से पार्टी अभी से ही इन सीटों पर फोकस कर रही है।