नई दिल्ली: आय से अधिक संपत्ति के मामले में कैद एआईएडीएमके प्रमुख वीके शशिकला का सामने आए एक वीडियो ने जेल प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। बंगलुरु जेल के इस वीडियो के आधार पर दावा किया जा रहा है कि शशिकला को कथित तौर पर वीवीआईपी सुविधा दी जा रही है। इस वीडियो में शशिकला बाहर से जेल के अंदर आती दिख रही हैं। शशिकला के अलावा वीडियो में उनकी साथी इलावर्सी भी दिख रही हैं। पूर्व डीआईजी डी रूपा ने इस वीडियो को सार्वजनिक किया है। इस वीडियो के सामने आने के बाद एक बार फिर से राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। महिला अधिकारी डी. रूपा का कहना है कि उन्होंने सीसीटीवी फुटेज से जुड़ी सभी रिपोर्ट जमा कर दी हैं। सीसीटीवी के वीडियो में शशिकला साधारण कपड़ों में दिख रही हैं। वह बिना किसी रोक-टोक के जेल के अंदर आती दिख रही है। जब वह जेल के मुख्य दरवाजे से अंदर आती हैं तो वहां पुलिस वाले भी खड़े दिख रहे हैं। वहां जेल की सुरक्षा में लगे कई पुलिसवाले भी इसमें नजर आ रहे हैं। बेंगलुरू के केंद्रीय कारागार में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और भारी अनियमितताओं का पदार्फाश करने वाली भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी डी रूपा का तबादला कर दिया गया था।
राज्य के कार्मिक विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, डी रूपा आईपीएस (कर्नाटक 2000 बैच), पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) को तत्काल प्रभाव से ट्रैफिक और सड़क सुरक्षा के आयुक्त आईपीएस एएसएन मूर्ति के स्थान पर अगले आदेश तक पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) के रूप में स्थानांतरित किया गया था। इसी साल जुलाई में अन्नाद्रमुक (अम्मा) नेता वीके शशिकला के साथ जेल में कथित तौर पर 'वीवीआईपी ट्रीटमेंट' किए जाने पर विवादास्पद रिपोर्ट देने वाली वरिष्ठ पुलिस अधिकारी डी रूपा को राज्य सरकार ने नोटिस जारी किया था। साथ ही सरकार ने उनसे यह स्पष्ट करने को कहा है कि उन्होंने मीडिया को इसकी जानकारी क्यों दी। वहीं, अधिकारी डी रूपा अपनी बातों पर कायम हैं और उन्होंने कहा है कि उन्होंने किसी भी आचरण नियम का उल्लंघन नहीं किया। डीआईजी (कारागार) डी रूपा की रिपोर्ट को लेकर बड़ा विवाद होने से शर्मसार सरकार ने उनसे अपने आचरण के बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा था।