नई दिल्ली: दिल्ली को शनिवार को नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा। दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी आज शाम साढ़े 4 बजे शपथ ग्रहण करेंगी। आतिशी के साथ ही 5 कैबिनेट मंत्री भी शपथ ग्रहण करेंगे। इस शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन राजनिवास में किया जाएगा। यह तीसरा मौका होगा, जब दिल्ली की सत्ता कोई महिला संभालेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर को इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद पार्टी ने इस पद के लिए आतिशी पर विश्वास जताया है।
उधर, राष्ट्रपति ने अरविंद केजरीवाल का दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और आतिशी को उनके शपथ ग्रहण की तारीख से दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया है। साथ ही राष्ट्रपति ने 5 मंत्रियों की नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी है।
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री आतिशी के साथ ही पांच कैबिनेट मंत्री भी शपथ ग्रहण करेंगे। इनमें सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, गोपाल राय, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत के नाम शामिल हैं।
तीसरी बार दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री
यह तीसरी बार होगा जब दिल्ली की कमान महिला मुख्यमत्री के हाथों में होगी। सबसे पहले सुषमा स्वराज ने दिल्ली की मुख्यमंत्री का जिम्मा संभाला था। स्वराज सिर्फ 52 दिनों तक ही दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं। हालांकि उसके बाद 15 साल तक शीला दीक्षित ने दिल्ली की कमान संभाली थी।
आप की समय पूर्व चुनाव कराने की मांग
यदि चुनाव आयोग आम आदमी पार्टी की समय पूर्व चुनाव कराने की मांग को स्वीकार कर लेता है तो आतिशी कम से कम नवंबर तक सत्ता में रहेंगी और सुषमा स्वराज के रिकॉर्ड से कुछ अधिक दिनों तक सत्ता संभालेगी। हालांकि अगर चुनाव आयोग 23 फरवरी 2025 तक मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने से कुछ वक्त पहले नए सदन के गठन का फैसला करता है तो आतिशी का कार्यकाल लंबा हो सकता है। हालांकि यह अभी भी केवल कुछ महीनों का ही होगा।
26 और 27 को दिल्ली विधानसभा का सत्र
केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आयोजित विधायक दल की बैठक में आतिशी का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया गया था, जिसे सर्वसम्मति से सभी ने स्वीकार किया।
दिल्ली सरकार ने 26 सितंबर और 27 सितंबर को 2 दिन का विधानसभा सत्र बुलाया है।