नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है। राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह ने 9 फरवरी 2025 को इस्तीफा दिया था, जिसके बाद राज्यपाल अजय भल्ला ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की सिफारिश की । इससे पहले आज मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला और अर्धसैनिक बल के अधिकारियों ने आज ही राजभवन में बैठक की थी। मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा के चलते बीरेन सिंह की लगातार आलोचना हो रही थी।
बता दें कि मुख्यमंत्री बिरेन सिंह का इस्तीफा ऐसे समय में आया था जब विधानसभा में कांग्रेस की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव आने वाला था। राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह ने 9 फरवरी 2025 को इस्तीफा दिया था, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला और अर्धसैनिक बल के अधिकारियों ने आज ही राजभवन में बैठक की थी। इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की तैनाती और परिचालन गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई।
राष्ट्रपति शासन लगाने का निर्णय संविधान के अनुच्छेद 356 के अनुसार लिया जाता है, जब राज्य सरकार इस संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं चल सकती है। बीजेपी के पूर्वोत्तर प्रभारी और सांसद संबित पात्रा इन दिनों मणिपुर दौरे पर हैं और बुधवार को (12 फरवरी 2025) को उन्होंने 24 घंटे से भी कम समय में दो बार मुलाकात की थी।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले एन. बीरेन सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। एन बीरेन सिंह को राज्य में जातीय संघर्ष से निपटने के तरीके को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। बीजेपी की ओर से यह उम्मीद जताई गई थी कि एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के पद छोड़ने के फैसले के बाद कोई संवैधानिक संकट नहीं है और केंद्रीय नेतृत्व विधायकों की मदद से मुद्दों को सुलझाएगा लेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।